चौपाल में ग्रामीणों ने सुनाई सीडीओ को व्‍यथा, बोले साहब! मनरेगा में 12 दिन काम किया, 500 रुपये ही मिले हैं

गुलरिहा इलाके के करमहा बुजुर्ग गांव में चौपाल लगाने पहुंचेे सीडीओ को ग्रामीणों ने समस्‍याएं सुनाई। मनरेगा की मजदूरी न मिलने और जाब कार्ड न बनने की समस्‍या प्रमुख रूप से सामने आई। सीडीओ ने खंड विकास अधिकारी को मामले में कार्रवाई करने के लिए कहा है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 08:51 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 08:51 PM (IST)
चौपाल में ग्रामीणों ने सुनाई सीडीओ को व्‍यथा, बोले साहब! मनरेगा में 12 दिन काम किया, 500 रुपये ही मिले हैं
चौपाल में फरियाद सुनते सीडीओ इंद्रजीत सिंह। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गुलरिहा इलाके करमहां बुजुर्ग में 21 सितंबर को सुबह चौपाल लगाकर लोगों की समस्या सुनने पहुंचे मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) इंद्रजीत सिंह, गांव की बुजुर्ग महिला बरफी देवी की बात सुनकर दंग रह गए। बरफी ने बताया कि उन्होंने 12 दिन मनरेगा में काम किया है। रोजगार सेवक उन्हें लेकर बैंक गए, खाते से पैसा निकलवाया और पांच सौ रुपये देकर घर भेज दिया। यह बात सुनते ही सीडीओ मनरेगा के कार्यों का सत्यापन करने निकल पड़े। सत्यापन में जाब कार्ड बनवाने की स्थिति निराशाजनक मिली तो उन्होंने रोजगार सेवक पर नाराजगी जताई और खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) कृतिका अवस्थी को निर्देश दिया कि रोजगार सेवक को चेतावनी पत्र जारी किया जाए।

जिलाधिकारी को लगानी थी चौपाल, मगर पहुंचे नहीं

इस गांव में सुबह 10 बजे से जिलाधिकारी को चौपाल की अध्यक्षता करनी थी लेकिन वह नहीं पहुंच सके और उनकी जगह सीडीओ ने अध्यक्षता की। एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर कुलदीप मीणा भी वहां मौजूद रहे। सुबह 10.30 बजे सीडीओ के पहुंचते ही लोगों की भीड़ लग गई। सब अपनी समस्या बताने लगे। सीडीओ ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को समस्याएं नोट कर निस्तारित करने की जिम्मेदारी दी। इसी बीच कुछ महिलाओं ने रोजगार सेवक पर पूरा पैसा न देने का आरोप लगाया। महिलाओं के बीच पहुंचे सीडीओ को बरफी देवी की समस्या का पता चला। इसके बाद वह गांव में निकल पड़े।

सीडीओ ने गांव का भ्रमण का जानी समस्‍या

रास्ते में उनसे मिलीं सोमारी देवी एवं कलावती देवी ने बताया कि वे मनरेगा में काम करना चाहती हैं लेकिन उनका जाब कार्ड नहीं बनाया गया है। समूह की महिलाओं ने कहा कि रोजगार सेवक उनका कार्ड नहीं बनवाते हैं। गांव में पहुंचे सीडीओ ने कुछ लोगों के घर जाकर जाब कार्ड के बारे में पूछा तो जवाब मिला कि कार्ड बना है लेकिन बक्शे में बंद है। सीडीओ ने करीब तीन किलोमीटर भ्रमण कर विकास कार्यों की हकीकत जानी। पीडब्ल्यूडी सड़क बनाने को कहा गया था लेकिन वहां बड़ी गिट्टी व ऊपर से राबिश डालकर छोड़ दिया गया था। सीडीओ ने इस मामले में पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखने को कहा है। निरीक्षण के दौरान सामुदायिक शौचालय अधूरा मिला, पूर्व माध्यमिक विद्यालय के परिसर में एक अर्धनिर्मित भवन नजर आया। ग्रामीणों ने गांव में करीब 16 एकड़ शत्रु संपत्ति होने की बात कही। सीडीओ ने ग्राम प्रधान कौशल निषाद से कहा कि शत्रु संपत्ति से जुड़े अभिलेख लेकर उनसे मिलें। चौपाल में शौचालय की धनराशि के गबन का मामला भी उठाया गया।

21 लाभार्थियों में वितरित किया गोल्डेन कार्ड

चौपाल में सीडीओ ने आयुष्मान भारत योजना के 21 लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड वितरित किया। लाभार्थी मीरा देवी ने बताया कि गोल्डेन कार्ड के चलते उनका पथरी का आपरेशन निजी अस्पताल में निश्शुल्क हुआ। इस आपरेशन में 40 हजार रुपये खर्च होते हैं। सीडीओ ने कहा कि शुक्रवार को गांव में पेंशन शिविर लगाया जाएगा। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी हेमंत सिंह, सीएचसी अधीक्षक डा. अश्वनी कुमार चौरसिया, एडीओ पंचायत सुनील कुमार यादव, बीओ पीआरडी तबारक अली, एसडीओ राहुल कुमार आदि मौजूद रहे।

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