नगर निगम जाइए तो रहिए चौकन्ना, कहीं बाबू समझ दलाल को न दे दें दस्तावेज

पति की मौत के बाद मकान पर अपना नाम दर्ज कराने के लिए नगर निगम पहुंची वृद्धा को दलाल मिल गया। उसने काम कराने के एवज में रुपये लिए और कागजात रख लिए। नामांतरण नहीं हुआ तो वृद्धा कमिश्नर रवि कुमार एनजी के पास पहुंची।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 04:58 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 04:58 PM (IST)
नगर निगम जाइए तो रहिए चौकन्ना, कहीं बाबू समझ दलाल को न दे दें दस्तावेज
महिला से जानकारी लेते नगर आयुक्त अविनाश सिंह। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : पति की मौत के बाद मकान पर अपना नाम दर्ज कराने के लिए नगर निगम पहुंची वृद्धा को दलाल मिल गया। उसने काम कराने के एवज में रुपये लिए और कागजात रख लिए। महीनों बीत जाने के बाद भी नामांतरण नहीं हुआ तो वृद्धा कमिश्नर रवि कुमार एनजी के पास पहुंची। कमिश्नर ने नगर आयुक्त अविनाश सिंह के पास वृद्धा को भेजा। नगर आयुक्त ने जांच कराई तो पता चला कि एक दलाल ने कागजात रखे हैं। उन्होंने स्टेनो बृजेश तिवारी को दलाल की तलाश में भेजा तो वह परिसर में मिल गया। नगर आयुक्त से दलाल ने माफी मांगी और दस्तावेज सौंपा।

बिजली निगम में कर्मचारी थे चंद्रा के पति रामअवध

बशारतपुर खास की चंद्रा के पति रामअवध बिजली निगम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। वर्ष 2019 में रामअवध की मौत के बाद चंद्रा मकान पर अपना नाम दर्ज कराने के लिए नगर निगम पहुंचीं। यहां उन्हें परिसर में ही एक दलाल मिल गया। उसने दौ सौ रुपये लेकर रामअवध का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया और नामांतरण कराने की बात कहकर 25 सौ रुपये ले लिए। चंद्रा का कहना है कि महीनों से दलाल उसे दौड़ा रहा था। चंद्रा कमिश्नर से मिलीं तो उन्होंने उसे नगर आयुक्त के पास भेज दिया। शाम को दलाल ने वृद्धा से लिए 25 सौ रुपये भी लौटा दिए।

बरगद के पेड़ के नीचे बैठता है

नगर आयुक्त ने चंद्रा से नामांतरण का दस्तावेज मांगा तो उसने बताया कि वह बाबू को पहले ही दे चुकी हैं। नगर आयुक्त ने पूछा कि बाबू कहां बैठता है तो चंद्रा ने बताया कि वह जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के कार्यालय के सामने बरगद के पेड़ के नीचे बैठता है। नगर आयुक्त ने अपने स्टेनो को महिला के साथ भेजा और दस्तावेज लेकर रखने वाले को बुलाकर ले आने को कहा।

तत्काल जारी कराया नोटिस

नामांतरण के प्रकरण में सार्वजनिक नोटिस जारी किया जाता है] इसमें आपत्ति मांगी जाती है। एक महीने के समयसीमा के भीतर आपत्ति नहीं आती है तो आवेदक का नाम नगर निगम के रिकार्ड में संपत्ति पर दर्ज कर दिया जाता है। दस्तावेज न देने के कारण महिला की नामांतरण की फाइल कार्यालय में जमा हो गई थी। नगर आयुक्त के निर्देश के बाद उप नगर आयुक्त संजय शुक्ल ने फाइल मंगवाई और नोटिस जारी करने की कार्रवाई कराई।

प्रवर्तन बल के जवान ने पकड़ा दलाल

नगर निगम परिसर में दलालों की मौजूदगी की जानकारी के बाद नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने प्रवर्तन बल के जवानों को कार्रवाई के निर्देश दिए। प्रवर्तन बल के जवान ने एक दलाल को मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर महिला से दो सौ रुपये लेते रंगे हाथ पकड़ा और नगर आयुक्त के सामने हाजिर किया। नगर आयुक्त ने एसपी सिटी सोनम कुमार से बात की। इसके बाद पहुंचे नगर निगम के चौकी प्रभारी नंदलाल यादव ने दलाल को हिरासत में ले लिया।

कार्यों के लिए नागरिक सीधे कर्मचारी और अफसर से मिलें

नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि नगर निगम में जन्म-मृत्यु या नामांतरण और अन्य कार्यों के लिए नागरिक सीधे संबंधित कर्मचारी या अफसर से मिलें। दलालों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस को अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। बिना काम नगर निगम में घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

chat bot
आपका साथी