Covid Vaccination in Gorakhpur: हाल यही रहा तो सभी को टीका लगने में अभी लग सकते हैं पांच माह
Covid Vaccination in Gorakhpur गोरखपुर में महाभियान चलाकर विभाग एक दिन में 50 हजार से अधिक लोगों को टीका लगा देता है लेकिन दूसरे दिन पुन ग्राफ गिर जाता है। पूरे सप्ताह अधिकतर दिनों 10-12 हजार लोगों को ही वैक्सीन लगाई जाती है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सुस्त रफ्तार कोविड टीकाकरण अभियान में बाधा बनी हुई है। 16 जनवरी से जिले में टीकाकरण शुरू हुआ, नौ महीने में 22.59 लाख को टीका लगाया जा चुका है, गोरखपुर में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की संख्या 35.16 लाख से अधिक है। यही गति रही तो अभी सभी को टीका लगाने में पांच माह लग सकते हैं।
नौ माह में 22.59 लाख लोगों को लगाई जा सकी है वैक्सीन
महाभियान चलाकर विभाग एक दिन में 50 हजार से अधिक लोगों को टीका लगा देता है, लेकिन दूसरे दिन पुन: ग्राफ गिर जाता है। पूरे सप्ताह अधिकतर दिनों 10-12 हजार लोगों को ही वैक्सीन लगाई जाती है। वैक्सीन की कमी के चलते ब्लाकों में चलने वाला कलस्टर अभियान शुरू नहीं हो पाया। इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सात ब्लाकों में शुरू किया गया था लेकिन दो ही सप्ताह में वैक्सीन की कमी आड़े आ गई और उसे बंद करना पड़ा। अभी तक औसत एक माह में ढाई लाख लोगों को टीका लगाया जा सका है। अभी जिले में 12.57 लाख से अधिक लोग टीकाकरण से वंचित हैं। इस गति से यदि टीकाकरण चला तो अगले साल फरवरी तक पूरा हो सकता है।
गोरखपुर
कुल डोज- 2259064
पहली डोज- 1825582
दूसरी डोज- 433482
कोविशील्ड- 1993476
कोवैक्सीन- 265588
पुरुष- 1194939्र
महिला- 1062951
18-44 वर्ष- 1335047
45-60 वर्ष- 570948
60 वर्ष से ऊपर- 353069
देवरिया
कुल डोज- 1346563
पहली डोज- 1125833
दूसरी डोज- 220730
कोविशील्ड- 1229661
कोवैक्सीन- 117202
पुरुष- 715442
महिला- 629994
18-44 वर्ष- 736629
45-60 वर्ष- 355458
60 वर्ष से ऊपर- 254476
कुशीनगर
कुल डोज- 1458764
पहली डोज-1244324
दूसरी डोज-214440
कोविशील्ड- 1207546
कोवैक्सीन-251218
पुरुष- 784605
महिला-673155
18-44 वर्ष-829645
45-60 वर्ष-387882
60 वर्ष से ऊपर-241237
महराजगंज
कुल डोज-1074589
पहली डोज-920643
दूसरी डोज-153946
कोविशील्ड-888149
कोवैक्सीन-184440
पुरुष-574518
महिला-499562
18-44 वर्ष-610167
45-60 वर्ष-282404
60 वर्ष से ऊपर-254476
बस्ती
कुल डोज-1166155
पहली डोज-948430
दूसरी डोज-181725
कोविशील्ड-1101612
कोवैक्सीन-64543
पुरुष-616227
महिला-549635
18-44 वर्ष-635444
45-60 वर्ष-314379
60 वर्ष से ऊपर-216314
संत कबीर नबर
कुल डोज-645673
पहली डोज-562765
दूसरी डोज-82908
कोविशील्ड-599692
कोवैक्सीन-45981
पुरुष-335190
महिला-309679
18-44 वर्ष-362129
45-60 वर्ष-164901
60 वर्ष से ऊपर-118643
सिद्धार्थ नगर
कुल डोज-1147112
पहली डोज-983664
दूसरी डोज-163448
कोविशील्ड-1046019
कोवैक्सीन-101093
पुरुष-616472
महिला-530393
18-44 वर्ष-570874
45-60 वर्ष-349460
60 वर्ष से ऊपर-226778
बीच में वैक्सीन की कमी हो गई थी। इसलिए टीकाकरण की रफ्तार कम हो गई थी। अब शासन से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन आ रही है। सप्ताह में दो दिन महाभियान चलाकर टीका लगाया जा रहा है। शीघ्र ही सभी को टीका लगा दिया जाएगा। - डा. सुधाकर पांडेय, सीएमओ।
सभी रेलकर्मियों को लग चुका है कोरोना रोधी टीका
कोरोना की पहली एवं दूसरी लहर बहुत ही विनाशकारी रही। हम सभी ने मिलजुल कर प्रभावी प्रयास किया है, जिससे स्थिति पर किसी हद तक नियंत्रण पाया जा सका। कोविड-19 के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए अनेक स्तरों पर सराहनीय कार्य किए गए। वर्तमान में लगभग सभी रेलकर्मियों को कोरोना रोधी टीका लग चुका है। यह जानकारी पूर्वोत्तर रेलवे की प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक डा वी नागाप्रसूनम्बा ने दी। वह राजभाषा सप्ताह समारोह के तहत बुधवार को रेलवे सुरक्षा बल प्रशिक्षण केंद्र के सभागार में पोस्ट कोविड: कारण एवं बचाव विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने बताया कि बहुत से मरीज पोस्ट कोविड समस्याओं से जूझ रहे हैं। उनका निदान चिकित्सकों द्वारा समर्पण की भावना से किया जा रहा है। रेलवे अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट और ब'चों के लिए वार्ड तैयार कर लिए गए हैं।
डा. डीके सिंह और डा. दीपांकर चौरसिया ने प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपायों पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि संक्रमित मरीजों के किडनी, हार्ट, लीवर, आंत और नर्वस सिस्टम आदि प्रभावित हो हुए हैं। कुछ मरीजों में मानसिक अवसाद की समस्या भी पाई गई है। थकावट, जोड़ों में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, नींद में कमी, चिड़चिड़ाहट, सीने में दर्द, पेट में दर्द-मरोड़, खांसी, चक्कर आने जैसी शिकायतें बढ़ गई हैं। संगोष्ठी की अध्यक्षता मुख्य सुरक्षा आयुक्त रफीक अहमद ने की। प्रशिक्षण केंद्र के प्रधानाचार्य एसएल सोनकर ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।