Covid Vaccination in Gorakhpur: हाल यही रहा तो सभी को टीका लगने में अभी लग सकते हैं पांच माह

Covid Vaccination in Gorakhpur गोरखपुर में महाभियान चलाकर विभाग एक दिन में 50 हजार से अधिक लोगों को टीका लगा देता है लेकिन दूसरे दिन पुन ग्राफ गिर जाता है। पूरे सप्ताह अधिकतर दिनों 10-12 हजार लोगों को ही वैक्सीन लगाई जाती है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 12:35 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 12:35 PM (IST)
Covid Vaccination in Gorakhpur: हाल यही रहा तो सभी को टीका लगने में अभी लग सकते हैं पांच माह
गोरखपुर में कोरोना टीकाकरण बहुत धीमी गत‍ि से चल रहा है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सुस्त रफ्तार कोविड टीकाकरण अभियान में बाधा बनी हुई है। 16 जनवरी से जिले में टीकाकरण शुरू हुआ, नौ महीने में 22.59 लाख को टीका लगाया जा चुका है, गोरखपुर में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की संख्या 35.16 लाख से अधिक है। यही गति रही तो अभी सभी को टीका लगाने में पांच माह लग सकते हैं।

नौ माह में 22.59 लाख लोगों को लगाई जा सकी है वैक्सीन

महाभियान चलाकर विभाग एक दिन में 50 हजार से अधिक लोगों को टीका लगा देता है, लेकिन दूसरे दिन पुन: ग्राफ गिर जाता है। पूरे सप्ताह अधिकतर दिनों 10-12 हजार लोगों को ही वैक्सीन लगाई जाती है। वैक्सीन की कमी के चलते ब्लाकों में चलने वाला कलस्टर अभियान शुरू नहीं हो पाया। इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सात ब्लाकों में शुरू किया गया था लेकिन दो ही सप्ताह में वैक्सीन की कमी आड़े आ गई और उसे बंद करना पड़ा। अभी तक औसत एक माह में ढाई लाख लोगों को टीका लगाया जा सका है। अभी जिले में 12.57 लाख से अधिक लोग टीकाकरण से वंचित हैं। इस गति से यदि टीकाकरण चला तो अगले साल फरवरी तक पूरा हो सकता है।

गोरखपुर

कुल डोज- 2259064

पहली डोज- 1825582

दूसरी डोज- 433482

कोविशील्ड- 1993476

कोवैक्सीन- 265588

पुरुष- 1194939्र

महिला- 1062951

18-44 वर्ष- 1335047

45-60 वर्ष- 570948

60 वर्ष से ऊपर- 353069

देवरिया

कुल डोज- 1346563

पहली डोज- 1125833

दूसरी डोज- 220730

कोविशील्ड- 1229661

कोवैक्सीन- 117202

पुरुष- 715442

महिला- 629994

18-44 वर्ष- 736629

45-60 वर्ष- 355458

60 वर्ष से ऊपर- 254476

कुशीनगर

कुल डोज- 1458764

पहली डोज-1244324

दूसरी डोज-214440

कोविशील्ड- 1207546

कोवैक्सीन-251218

पुरुष- 784605

महिला-673155

18-44 वर्ष-829645

45-60 वर्ष-387882

60 वर्ष से ऊपर-241237

महराजगंज

कुल डोज-1074589

पहली डोज-920643

दूसरी डोज-153946

कोविशील्ड-888149

कोवैक्सीन-184440

पुरुष-574518

महिला-499562

18-44 वर्ष-610167

45-60 वर्ष-282404

60 वर्ष से ऊपर-254476

बस्ती

कुल डोज-1166155

पहली डोज-948430

दूसरी डोज-181725

कोविशील्ड-1101612

कोवैक्सीन-64543

पुरुष-616227

महिला-549635

18-44 वर्ष-635444

45-60 वर्ष-314379

60 वर्ष से ऊपर-216314

संत कबीर नबर

कुल डोज-645673

पहली डोज-562765

दूसरी डोज-82908

कोविशील्ड-599692

कोवैक्सीन-45981

पुरुष-335190

महिला-309679

18-44 वर्ष-362129

45-60 वर्ष-164901

60 वर्ष से ऊपर-118643

सिद्धार्थ नगर

कुल डोज-1147112

पहली डोज-983664

दूसरी डोज-163448

कोविशील्ड-1046019

कोवैक्सीन-101093

पुरुष-616472

महिला-530393

18-44 वर्ष-570874

45-60 वर्ष-349460

60 वर्ष से ऊपर-226778

बीच में वैक्सीन की कमी हो गई थी। इसलिए टीकाकरण की रफ्तार कम हो गई थी। अब शासन से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन आ रही है। सप्ताह में दो दिन महाभियान चलाकर टीका लगाया जा रहा है। शीघ्र ही सभी को टीका लगा दिया जाएगा। - डा. सुधाकर पांडेय, सीएमओ।

सभी रेलकर्मियों को लग चुका है कोरोना रोधी टीका

कोरोना की पहली एवं दूसरी लहर बहुत ही विनाशकारी रही। हम सभी ने मिलजुल कर प्रभावी प्रयास किया है, जिससे स्थिति पर किसी हद तक नियंत्रण पाया जा सका। कोविड-19 के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए अनेक स्तरों पर सराहनीय कार्य किए गए। वर्तमान में लगभग सभी रेलकर्मियों को कोरोना रोधी टीका लग चुका है। यह जानकारी पूर्वोत्तर रेलवे की प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक डा वी नागाप्रसूनम्बा ने दी। वह राजभाषा सप्ताह समारोह के तहत बुधवार को रेलवे सुरक्षा बल प्रशिक्षण केंद्र के सभागार में पोस्ट कोविड: कारण एवं बचाव विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने बताया कि बहुत से मरीज पोस्ट कोविड समस्याओं से जूझ रहे हैं। उनका निदान चिकित्सकों द्वारा समर्पण की भावना से किया जा रहा है। रेलवे अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट और ब'चों के लिए वार्ड तैयार कर लिए गए हैं।

डा. डीके स‍िंह और डा. दीपांकर चौरसिया ने प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपायों पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि संक्रमित मरीजों के किडनी, हार्ट, लीवर, आंत और नर्वस सिस्टम आदि प्रभावित हो हुए हैं। कुछ मरीजों में मानसिक अवसाद की समस्या भी पाई गई है। थकावट, जोड़ों में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, नींद में कमी, चिड़चिड़ाहट, सीने में दर्द, पेट में दर्द-मरोड़, खांसी, चक्कर आने जैसी शिकायतें बढ़ गई हैं। संगोष्ठी की अध्यक्षता मुख्य सुरक्षा आयुक्त रफीक अहमद ने की। प्रशिक्षण केंद्र के प्रधानाचार्य एसएल सोनकर ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।

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