आनलाइन गतिविधियों की मानिटरिंग करेगा गोरखपुर विश्वविद्यालय का आइसीटी सेल
गोरखपुर विश्वविद्यालय में आनलाइन गतिविधियों की मानिटरिंग सेल अब इन्फार्मेशन कम्युनिकेशन एंड टेक्नालाजी (आइसीटी) सेल करेगा। विश्वविद्यालय में इस सेल की स्थापना कर दी गई। नई व्यवस्था के तहत अब विवि के आनलाइन सेंटर और डेटा सेंटर भी आइसीटी सेल के अंतर्गत ही कार्य करेंगे।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में इंटरनेट, इंटरनेट कनेक्टिविटी, आनलाइन एडमिशन, आनलाइन परीक्षा सभी आनलाइन गतिविधियों की मानिटरिंग सेल अब इन्फार्मेशन कम्युनिकेशन एंड टेक्नालाजी (आइसीटी) सेल करेगा। विश्वविद्यालय में इस सेल की स्थापना कर दी गई। नई व्यवस्था के तहत अब विवि के आनलाइन सेंटर और डेटा सेंटर भी आइसीटी सेल के अंतर्गत ही कार्य करेंगे। सेल के समन्वयक की जिम्मेदारी डा. सचिन सिंंह को सौंपी गई है।
आइटी व्यवस्था पर नियंत्रण के लिए आइटी पालिसी बनाने की तैयारी
विश्वविद्यालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक अब विश्वविद्यालय के किसी भी विभाग, सेक्शन, प्रशासन, आवास और छात्रावास में नए इंटरनेट कनेक्शन के लिए आइसीटी सेल से मंजूरी लेनी होगी। यानी अब संचार माध्यम के लिए परिसर में कोई भी टावर सेल की अनुमति के बिना नहीं लगाया जा सकेगा। आइटी व्यवस्था पर नियंत्रण के लिए विश्वविद्यालय अपनी आइटी पालिसी भी बना रहा है। पालिसी के तहत अब कोई विश्वविद्यालय के एडमिशन, कोर्स कंटेंट, थिसिस, परीक्षा और किताब से जुड़ा डाटा इस्तेमाल करना चाहता है तो उसे इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।
कापीराइट व्यवस्था शुरू करने की योजना
सभी डेटा पर कापीराइट व्यवस्था शुरू करने की विश्वविद्यालय की योजना है। अभी तक यह व्यवस्था बाहरी वेंडरों पर आधारित थी। विश्वविद्यालय के मुताबिक वह वेंडर डाटा मेें फेरबदल कर देते थे और विवि को पता भी नहीं चल पाता था। नई व्यवस्था में अब वह उन्हें ऐसा करने का अवसर नहीं मिलेगा। अब सभी विभागों, संकायों और कार्यालयों को अपना डिजिटल डाटा सेल के सेंटर पर जमा कराना होगा, जिससे डाटा के दुरुपयोग को रोका जा सके।
आनलाइन सेल ने बनाया खुद का सर्वर
श्वविद्यालय के ऑनलाइन सेल ने खुद का क्लाउड सर्वर तैयार कर लिया है। यह सभी तरह की आनलाइन परीक्षाओं, एडमिशन, एग्जामिनेशन फार्म, एडमिशन फार्म, एडमिट कार्ड जारी करने और रिजल्ट के प्रकाशन में सहायक होगा। आसीटी सेल वर्तमान में स्थापित कंप्यूटर सेन्टर से कार्य करेगा।
हर गतिविधि पर होगी सेल की नंबर
विश्वविद्यालय की सभी आनलाइन गतिविधियों पर आसीटी सेलर पैनी नजर रखेगी। फ प्राक्टर और संपत्ति अधिकारी के द्वारा नए इंटरनेट कनेक्शन को लेकर किसी विभाग या सेक्शन के द्वारा की जा रही किसी भी प्रकार के गतिविधि की सूचना आइसीटी सेल को दी जाएगी। किसी भी प्रकार की लापरवाही मिलने पर वसूली का प्रावधान किया गया है।