Makar Sankranti 2021: बाबा ने बुलाया और हम दौड़े चले आए
श्रद्धालु गुंजन चतुर्वेदी का कहना है कि 10 साल से बाबा के दरबार में आ रही हूं। वह हर साल बुला लेते हैं। जब भी मैंने मनौती मानी पूरी हुई। मुझ पर व मेरे पूरे परिवार पर उनकी सदैव कृपा बरसती रहती है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखनाथ मंदिर पहुंचे बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के चेहरे पर आस्था व श्रद्धा झलक रही थी। उत्साह से लबरेज भक्तों ने कहा कि बाबा ने बुलाया और हम दौड़े चले आए। इसमें कुछ पहली बार अपनी आस्था की खिचड़ी लेकर आए थे तो ज्यादातर हर साल आते हैं। सबकी मनौती पूरी हुई है। जागरण से बातचीत में श्रद्धालुओं ने कहा कि बाबा की कृपा सदैव बरसती रहती है।
क्या कहती हैं महिला श्रद्धालु
श्रद्धालु गुंजन चतुर्वेदी का कहना है कि 10 साल से बाबा के दरबार में आ रही हूं। वह हर साल बुला लेते हैं। जब भी मैंने मनौती मानी, पूरी हुई। मुझ पर व मेरे पूरे परिवार पर उनकी सदैव कृपा बरसती रहती है। इसी तरह विद्यावती देवी का कहना है कि मैं 2007 में गांव से गोरखपुर आई। तभी से हर साल बाबा को खिचड़ी चढ़ाने आती हूं। उनकी कृपा से मेरा यहां घर बन गया। फालिज मार दिया था, वह भी ठीक हो गया है। वहीं आरती गुप्ता का कहना है कि मैं 22 साल से बाबा को खिचड़ी चढ़ाने आ रही हूं और उनका आशीर्वाद पूरे परिवार को मिल रहा है। हर साल वह बुला लेते हैं। यहां आकर मन को बहुत शांति मिलती हैं। पूनम का कहना हे कि मैं पहली बार खिचड़ी चढ़ाने आई हूं। बाबा की महिमा के बारे में बहुत सुना था। यहां आकर बहुत अ'छा लगा। अब हर साल आकर यहां अपनी आस्था अर्पित करूंगी।
पुरुष श्रद्धालुओं ने भी बताया आस्था का असली कारण
श्रद्धालु रामकेश यादव का कहना है कि बाबा के दरबार में बहुत पहले आना चाहता था, लेकिन वे बुला ही नहीं रहे थे। इस बार बुलाए तो चला आया। यहां आकर बहुत अ'छा लगा। अब हर साल आएंगे। सालिकराम गुप्ता का कहना है कि मैं बचपन से ही यहां खिचड़ी चढ़ाने आता हूं। अक्सर मंगलवार को भी दर्शन करने आ जाता हूं। बाबा की बड़ी कृपा है। मेरे सभी संकट वह याद करते ही हर लेते हैं।