स्‍वच्‍छ भारत मिशन योजना को मुंह चिढ़ा रहे ताले में कैद है सौ सामुदायिक शौचालय

स्‍वच्‍छ भारत मिशन के तहत सामुदायिक शौचालय बनवाए जा रहे हैं। बस्‍ती जिले में अभी तक इसका लक्ष्‍य पूरा नहीं हो पाया। जो सामुदायिक शौचालय बने भी हैं उनमें ताले बंद हैं। कई शौचालयों के निर्माण में कमियां भी रह गई हैं।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Sun, 15 Aug 2021 02:10 PM (IST) Updated:Sun, 15 Aug 2021 02:10 PM (IST)
स्‍वच्‍छ भारत मिशन योजना को मुंह चिढ़ा रहे ताले में कैद है सौ सामुदायिक शौचालय
बस्‍ती जिले में स्‍वच्‍छता मिशन की वस्‍तुस्थिति। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। स्वच्छताा मिशन परियोजना को बस्‍ती जिले में पंचायत विभाग के अफसर ही पलीता लगा रहे हैं। 968 सामुदायिक शौचालय बन चुकें हैं लेकिन इनमें से पचास फीसद में कुछ न कुछ कमी है। सौ से अधिक सामुदायिक शौचालयों में ताले बंद हैं।

शौचालयों के निर्माण का लक्ष्‍य नहीं हुआ पूरा

पिछले वित्तीय वर्ष में जिले के सभी 1185 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जाना था। लेकिन अब तक 968 सामुदायिक शौचालयों का ही निर्माण हो पाया है। 210 शौचालयों का निर्माण कार्य अधूरा है,जबकि सात ग्राम पंचायतों में भूमि विवाद के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। जिन सामुदायिक शौचालयों का निर्माण पूरा हो गया है, वह अब तक चालू नहीं किए गए हैं। सदर विकास खंड के दुबखरा ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय का निर्माण पूरा हुए तीन माह से ऊपर हो गया,मगर अब तक इसे चालू नहीं किया गया। है। इसी प्रकार कुदरहा विकास खंड के बैड़ारी एहतमाली, बैड़ारी मुस्तहकम, महुआपार, टेंगरिहा राजा, अइलिया आदि ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भी इसे चालू नहीं किया गया है। रामनगर विकास खंड के रामनगर, नरखोरिया, सल्टौआ विकास खंड के अजगैवा जंगल ग्राम पंचायत में भी सामुदायिक शौचालय का निर्माण पूरा है। यह सभी सामुदायिक शौचालय ताले में बंद हैं। कमोवेश यही स्थिति अन्य विकास क्षेत्रों में बने सामुदायिक शौचालयों की भी है।

समूह की महिला सदस्य को मिली संचालन की जिम्मेदारी

सामुदायिक शौचालयों के संचालन की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मिली है। अब तक निर्मित 968 सामुदायिक शौचालयों में से 745 को संचालित करने के लिए समूह की महिलाओं को हस्तांतरित कर दिया गया है। खामी के चलते अधिकांश स्थानों पर समूह की महिलाएं इसे संचालित नहीं कर पाईं हैं।

दोषियो पर होगी कार्रवाई

जिला पंचायत राज अधिकारी शिवशंकर सिंह कहते हैं कि जिन समूहों को सामुदायिक शौचालय संचालित करने की जिम्मेदारी दी गई है उन्हें तत्काल उसे चालू करने के निर्देश दिए गए हैं। जिस ग्राम पंचायत में शौचालय के निर्माण में खामी है,उसे चिन्हित कर जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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