अधूरे पड़े पंचायत भवन कैसे चले कार्यालय

सभी ग्राम पंचायतों में कंप्यूटरीकृत पंचायत कार्यालय होंगे एवं उनमें सहायक की तैनाती होगी। सरकार का यह फरमान जिम्मेदारों की उदासीनता से हवा-हवाई साबित हो रहा। खास तौर पर खेसरहा ब्लाक में पंचायत भवनों के मरम्मत व निर्माण में तेजी तो दिखाई गई पर आधा अधूरा कार्य करा जिम्मेदार उसे पूरा मान लिए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 05:01 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 05:01 PM (IST)
अधूरे पड़े पंचायत भवन कैसे चले कार्यालय
अधूरे पड़े पंचायत भवन कैसे चले कार्यालय

सिद्धार्थनगर : सभी ग्राम पंचायतों में कंप्यूटरीकृत पंचायत कार्यालय होंगे एवं उनमें सहायक की तैनाती होगी। सरकार का यह फरमान जिम्मेदारों की उदासीनता से हवा-हवाई साबित हो रहा। खास तौर पर खेसरहा ब्लाक में पंचायत भवनों के मरम्मत व निर्माण में तेजी तो दिखाई गई पर आधा अधूरा कार्य करा जिम्मेदार उसे पूरा मान लिए।

ग्राम पंचायत के निवासियों को ब्लाक के चक्कर न लगाना पड़े हर सरकारी योजना, सूचना व समस्याओं का समाधान ग्राम पंचायत स्तर से ही हो सके सरकार की ऐसी मंशा है। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते अधिकांश पंचायत भवनों का काम अधूरा है। जबकि शासन के निर्देश पर हर ग्राम पंचायत में पंचायत सहायक की नियुक्ति लगभग दो माह पूर्व हो चुकी है। पंचायत भवन अधूरे होने के कारण इनकी नियुक्तियां बेमतलब साबित हो रही है।

पंचायत भवन कलनाखोर :ग्राम पंचायत कलनाखोर में दस वर्ष पूर्व लगभग दो लाख से बने पंचायत भवन का रंग रोगन करा कर कर पंचायत भवन की रूपरेखा तैयार की गई है। न हीं उस में बैठने की व्यवस्था की गई न ही बिजली व पानी की कोई व्यवस्था हुई। जबकि पंचायत भवन हर सुविधा से लैस होना है। जिम्मेदार पंचायत कार्यालय संचालित हो गया इसकी रिपोर्ट भी प्रेषित कर दिए।

पंचायत भवन सकारपार : सकारपार में दस वर्ष पूर्व लगभग दो लाख की लागत से बनाए गए पंचायत भवन का कई बार मरम्मत कराया गया बावजूद दीवार के प्लास्टर छूट गए हैं। अभी तक बरामदे व कमरे में टाइल्स नहीं लगी। बैठने की कोई व्यवस्था भी नहीं है। जबकि पंचायत सहायक नियुक्त हो गए जो कागज में कार्यालय चला रहे हैं।

पंचायत भवन पिपरा फरदंग : ग्रापं पिपरा फरदंग में लगभग दो माह से पंचायत भवन का नींव डालकर छोड़ दिया गया है। निर्माण कार्य अभी तक नहीं शुरू हो पाया है। पंचायत सहायक की तैनाती तो हो गई पर वह कहां बैठे, इसका कोई इंतजाम नहीं हुआ। नींव तक के कार्य में अब तक तीन लाख रुपये का भुगतान भी हो चुका है।

बीडीओ खेसरहा राज कुमार ने कहा कि मैं अभी जल्द ही इस विकास खंड में आया हूं। जो भी काम अपूर्ण हैं, उन्हें पूरा कराने का निर्देश समस्त विकास अधिकारियों को दिया हूं और मैं खुद हो रहे कार्यो का निरीक्षण कर रहा हूं। पंचायत भवन में पंचायत कार्यालय की स्थापना सरकार की महत्वपूर्ण योजना है।

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