टीबी रोग उन्मूलन में महराजगंज जनपद को मिला तीसरा स्थान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को डा. विवेक को सीतापुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Mar 2021 07:00 AM (IST) Updated:Thu, 25 Mar 2021 07:00 AM (IST)
टीबी रोग उन्मूलन में महराजगंज जनपद को मिला तीसरा स्थान
टीबी रोग उन्मूलन में महराजगंज जनपद को मिला तीसरा स्थान

महराजगंज: क्षय रोग (टीबी) उन्मूलन में महराजगंज को प्रदेश में तीसरा स्थान मिला है। जिले की इस सफलता में क्षय रोग अधिकारी डा. विवेक श्रीवास्तव की भूमिका अहम रही है। जनपद को प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को डा. विवेक को सीतापुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने टीबी के समूल नाश के लिए संकल्प भी दिलाया।

कोरोना काल 2020 में विषम परिस्थितियों में टीबी रोगियों के चिन्हांकन, जांच, इलाज और पोषण योजना का लाभ दिलाने सहित अन्य कार्यों में महराजगंज जनपद ने बेहतर प्रदर्शन किया है। डा. विवेक ने बताया कि वर्ष 2020 में विभिन्न कार्यक्रमों के तहत 9454 व्यक्तियों की जांच की गई थी। इसमें 2330 टीबी के मरीज पाए गए। इन मरीजों का त्वरित इलाज शुरू किया गया। परिणामस्वरूप वर्ष 2020 में ही 1560 मरीज ठीक हो गए। जबकि 770 मरीज उपचाराधीन हैं, जिनका इलाज चल रहा है। 2268 मरीजों के खाते में निक्षय पोषण योजना की धनराशि भेज दी गई है। शेष प्रक्रिया में हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के हाथों सम्मान प्राप्त कर अच्छा लगा। सरकार आमजन के सेहत को लेकर काफी सतर्क है। टीबी के समूल नाश के लिए प्रत्येक नागरिकों को आगे आने की जरूरत है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह, अतुल गर्ग, मंत्री स्वाति सिंह, अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद मौजूद रहे।

जागरूकता से ही टीबी रोग पर नियंत्रण संभव

महराजगंज: राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला अस्पताल व सामाजिक संगठनों के कार्यालय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।

सीएमएस कक्ष में गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एके राय ने कहा कि जागरूकता से ही टीबी रोग पर नियंत्रण किया जा सकता है। इसके लिए सभी को जागरूक करें। प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करना है। यह सब तभी संभव हो सकेगा, जब सभी चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी इसे अभियान के रूप में लेकर कार्य करेंगे।

डा. एवी त्रिपाठी ने कहा कि टीबी के प्रत्येक मरीजों का एचआइवी जांच अवश्य कराएं। जिला अस्पताल में इसकी जांच की निश्शुल्क सुविधा उपलब्ध है।

उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों को पोषण के लिए इलाज के दौरान सरकार की तरफ से प्रत्येक माह पांच सौ रूपये दिए जाते हैं। सृष्टि सेवा संस्थान, गांधी मार्केट में गोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रोजेक्ट मैनेजर आनंद मोहन लाल श्रीवास्तव ने कहा कि संस्था के सदस्य टीबी के लक्षण और इसके बचाव के उपाय के बारे में लोगों को बताएं। ताकि इसके प्रति लोग जागरूक हो सकें। अगर कोई इसकी चपेट में है तो वह चिकित्सक के परामर्श से दवा का सेवन अवश्य करें। बीच में अपने मन से एक दिन का भी गैप नहीं होना चाहिए। विजया पाठक ने कहा कि आमजन टीबी मरीजों के साथ भेदभाव न बरतें। उनका हौसला बढ़ाते रहें, ताकि वह अपने आपको बीमार व असहज न महसूस करें। गोष्ठी में सभी को जागरूकता अभियान चलाने के लिए संकल्प दिलाया गया। इस अवसर पर रीता शर्मा, रेनू, मृणालिनी, आरती, अखिलेश, कन्हैया तथा अजय तिवारी आदि उपस्थित रहे।

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