गोरखपुर विश्वविद्यालय की छात्रा की मौत मामले में विभागाध्यक्ष पर हत्या का मुकदमा

गोरखपुर विश्वविद्यालय की बीएससी तृतीय वर्ष गृह विज्ञान की छात्रा 19 वर्षीया प्रियंका की मौत के मामले में कैंट थाना पुलिस ने विश्वविद्यालय के गृहविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष व सहयोगियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 07:50 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 10:52 AM (IST)
गोरखपुर विश्वविद्यालय की छात्रा की मौत मामले में विभागाध्यक्ष पर हत्या का मुकदमा
गोरखपुर में छात्रा की मौत के बाद गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षक पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय में गृहविज्ञान की छात्रा प्रियंका की मौत के मामले में परिवार ने हत्या का आरोप लगाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को गलत बताते हुए घर वालों ने रविवार को शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। वह अनुसूचित जाति के तीन समेत पांच डाक्टरों के पैनल से दोबारा पोस्टमार्टम कराने समेत 17 मांगों पर अड़े थे। पिता की तहरीर पर कैंट पुलिस ने गृहविज्ञान की विभागाध्यक्ष एवं उनकी सहयोगियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। देर रात पीडि़त परिवार के घर पहुंचे डीएम-एसएसपी ने न्याय का भरोसा दिलाया, जिसके बाद परिवार वाले सोमवार को अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हुए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह लटकने के चलते सांस फूलना बताई गई है।

यह है मामला

गुलरिहा के शिवपुर सहबाजगंज पोखरा निवासी विनोद की 19 वर्षीय बेटी प्रियंका शनिवार को परीक्षा देने विश्वविद्यालय गई थी। दोपहर में उसका शव गृहविज्ञान विभाग के स्टोर के पास फंदे से लटकता मिला। शनिवार की देर रात दो डाक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया। इसमें मौत की वजह लटकने के चलते सांस फूलना बताई गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को गलत बताते हुए घरवालों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। रविवार सुबह राजनीतिक, सामाजिक व छात्र संगठनों के लोग घर के बाहर शव रखकर धरने पर बैठ गए। दोपहर तक मामला तूल पकडऩे पर कई थानों की फोर्स छात्रा के घर पहुंच गई। परिवार ने प्रियंका की हत्या का आरोप लगाकर दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की। पिता का आरोप है कि परिस्थितियां हत्या की स्पष्ट गवाही दे रही हैं। स्वजन ने जिला प्रशासन को 17 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा है जिसमें घर के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी, परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता आदि मांगें शामिल हैं। प्रभारी एसएसपी/एसपी सिटी सोनम कुमार का कहना है कि हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण लटकने के चलते सांस फूलना बताया गया है। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि पीडि़त परिवार से बात की गई है, उन्हें हर तरह के सहयोग के लिए आश्वासन दिया गया है। उनकी जो भी मांगें हैं उसपर निर्णय लिया जाएगा। जो भी उचित कार्रवाई होगी, की जाएगी। परिवार के लोग सोमवार की सुबह अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हो गए हैं।

समर्थन में उतरे छात्र व विभिन्न संगठनों के छात्र नेता

बावजूद इसके मृतका के स्वजन प्रियंका के अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं हुए। वह घर के बाहर ही धरने पर बैठ गए। उनके साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान सहित तमाम छात्र नेता धरने को समर्थन कर रहे हैं। उनका कहना है जिला प्रशासन पांच सदस्यीय चिकित्सकों की टीम से छात्रा का दुबारा पोस्टमार्टम कराए। चिकित्सकों की टीम में तीन चिकित्सक दलित जाति के हैं। प्रभारी एसएसपी/एसपी सिटी सोनम कुमार का कहना है कि अभी हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। बाद में साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई होगी।

आज होगा अंतिम संस्कार

प्रियंका के भाई मनीष का कहना है कि जिला प्रशासन ने उन्हें आश्वास्त किया है कि उनकी मांगें पूरी की जाएंगी। पोस्टमार्टम दो चिकित्सकों के पैनल के द्वारा किया गया है। उसकी वीडियोग्राफी की गई है। सोमवार को दिन में पोस्टमार्टम का वीडियो स्वजन को दिखाने के लिए कहा गया है। ऐसे में वह सुबह राजघाट पर प्रियंका का दाह-संस्कार करेंगे।

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