यहां बवाल के आरोपितों को गिरफ्तार करने का पुलिस ने बंद किया प्रयास, जानिए क्यों Gorakhpur News
नई बाजार कांड में पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार करने का प्रयास बंद कर दिया है। जिला पंचायत सदस्य की मतगणना में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए उपद्रवियों ने पांच मई को पुलिस चौकी पीएसी की फूंकने के साथ ही ब्लाक कार्यालय में तोड़फोड़ की थी।
गोरखपुर, जेएनएन : नई बाजार कांड में पुलिस बैकफुट पर आ गई है। आरोपितों को गिरफ्तार करने का प्रयास बंद कर दिया गया है। जिला पंचायत सदस्य की मतगणना में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए उपद्रवियों ने पांच मई को पुलिस चौकी, पीएसी की फूंकने के साथ ही ब्लाक कार्यालय, पशु चिकित्सालय व साधन सहकारी समिति में तोड़फोड़ की थी।
झंगहा पुलिस ने 61 नामजद व 500 अज्ञात पर दर्ज किया था मुकदमा
झंगहा पुलिस ने इस मामले में 61 नामजद, 500 अज्ञात लोगों पर गंभीर धाराओं में छह अलग-अलग एफआइआर दर्ज की है। ब्रह्मपुर ब्लाक के रिटर्निंग अफसर व बाढ़ खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता वीरेंद्र कुमार यादव ने जिला पंचायत चुनाव की मतगणना में गड़बड़ी करते हुए वार्ड नंबर 60 व 61 से जीते हुए प्रत्याशी की जगह दूसरे नंबर के प्रत्याशी को प्रमाण पत्र दे दिया था, जिसके बाद लोगों ने हेराफेरी का आरोप लगाकर पांच मई की शाम छह बजे नई बाजार पुलिस चौकी, पीएसी की बस में आग लगा दी।
चौकी प्रभारी व सिपाहियों पर की फायरिंग
चौकी प्रभारी व सिपाहियों को जिंदा जलाने की कोशिश करने के साथ ही उनके ऊपर फायरिंग की। चौकी परिसर में खड़ी पुलिसकर्मियों की बाइक के साथ ही रजिस्टर व जरूरी कागजात के साथ ही बैरक में रखे सामान उठा ले गए। घटना के बाद जिले की फोर्स के साथ पहुंचे एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बल प्रयोग कर उपद्रवियों को खदेड़ा। पुलिस ने मौके से 30 लोगों को पकड़ा था, जिसमें 18 को अगले दिन जेल भेजा गया। इस कार्रवाई के बाद से पुलिस बैकफुट पर है। अधिकारियाें का दावा है कि वीडियो देखकर उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है, जिसकी वजह से किसी की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि पुलिस चौकी, पीएसी की बस जलाने वालों की तलाश चल रही है। कोई भी दोषी छूटेगा नहीं।
रिटर्निंग अफसर की हुई थी गिरफ्तारी
डीएम के निर्देश पर पंचायत चुनाव के रिटर्निंग अफसर उप संचालक चकबंदी सुनील कुमार ने झंगहा थाने में ब्रह्मपुर ब्लाक के रिटर्निंग अफसर वीरेंद्र कुमार यादव के खिलाफ झंगहा थाने में कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर भेज दिया।
इन पर दर्ज हुआ है केस
झंगहा पुलिस ने इस मामले में विशाल तिवारी, संजय निषाद, बलबीर गौड़, संगम निषाद, व्यासमुनि निषाद, उत्तम निषाद, गजेंद्र साहनी, मयंक निषाद, अर्जुन मौर्य, महेंद्र निषाद, नीलेश निषाद, गोविंद, राकेश निषाद, अमित साहनी, पन्नेलाल निषाद, नेबूलाल निषाद, अभय साहनी, बृजेश निषाद, दीपक निषाद, रमेश निषाद, अनिरूद्ध साहनी, अमरेंद्र , रविंद्र, पप्पू निषाद, दूधनाथ निषाद, रामशक्ल साहनी, लक्ष्मन निषाद, नीलेश निषाद, अमर साहनी, अमन, सुनील, सुरेंद्र चौहान, अफरीद खान, राज, वीरेंद्र चौहान, भुअर साहनी, शिवकुमार, रामबाबू, सूरज साहनी, अमरजीत, कमलेश, राकेश साहनी, चौथी निषाद, रामअशीष केवट, महेंद्र निषाद, सुरेंद्र निषाद, रामबहादुर निषाद, रवि निषाद, जयगोविंद निषाद, आदित्य निषाद, सिकंदर, बहादुर निषाद, मनीष कुमार, ऋषि, ओमप्रकाश निषाद, सुनील साहनी, गौरीशंकर, आकाश, रवि निषाद व कोदई निषाद सहित 61 लोगों पर केस दर्ज किया है।