आइएमए के साथ मिलकर स्वास्थ्य विभाग करेगा कुष्ठ रोग व कालाजार पर प्रहार
स्वास्थ्य विभाग और आइएमए मिलकर कुष्ठ रोग और कालाजार की बीमारी को खत्म करने के लिए काम करेंगे। आइएमए ने दोनों बीमारियों को खत्म करने में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करने का फैसला लिया है। मरीजों का उपचार कराने में आएमए मदद करेगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कुष्ठ रोग और कालाजार की बीमारी खत्म करने के लिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) भी आगे आया है। आइएमए के सदस्य स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर कुष्ठ और कालाजार के समूल नाश पर काम करेंगे। इसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) का भी सहयोग रहेगा।
स्वास्थ्य विभाग निश्शुल्क करता है कुष्ठ रोगियो का इलाज
शनिवार को शहर के एक होटल में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की आइएमए के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई। सीएमओ डा.सुधाकर पांडेय ने कहा कि कुष्ठ के कारण दिव्यांग हो चुके लोगों को पूरे जीवन 25 सौ रुपये प्रतिमाह की पेंशन दी जाती है। साथ ही निश्शुल्क इलाज और पुनर्वास भी किया जाता है। जिले में वर्तमान में कुष्ठ के 172 सक्रिय रोगी हैं। निजी क्षेत्र में इलाज कराने पर कुष्ठ रोगी को 2500-3000 रुपये तक प्रति माह खर्च करने पड़ते हैं। स्वास्थ्य विभाग में इसका इलाज पूरी तरह निश्शुल्क है।
निजी क्षेत्र में काफी महंगा है काला जार का उपचार
कालाजार के मरीजों का इलाज निजी क्षेत्र में काफी महंगा। एक मरीज पर डेढ़ से दो लाख रुपये तक खर्च हो जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग में कालाजार का इलाज पूरी तरह निश्शुल्क है। इसके साथ ही सरकारी अस्पताल में इलाज कराने पर कालाजार के सामान्य मरीज को पांच सौ रुपये और चमड़ी वाले कालाजार (पीकेडीएल) मरीज को चार हजार रुपये दिए जाते हैं।
मरीजों को अस्पताल पहुंचाने व उपचार कराने में सहयोग करेगा आइएमए
आइएमए के अध्यक्ष डा.मंगलेश कुमार श्रीवास्तव व सचिव डा. वीएन अग्रवाल ने कहा कि कुष्ठ रोग और कालाजार के नाश के लिए आइएमए का हर सदस्य स्वास्थ्य विभाग के साथ खड़ा है। ऐसे मरीजों को सरकारी अस्पताल तक पहुंचाने और सरकारी सहायता दिलवाने में सहयोग किया जाएगा। इस दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.एनके पांडेय, उप जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डा.अनिल कुमार सिंह, डा.एसके द्विवेदी, कुष्ठ रोग विभाग से कंसल्टेंट डा.भोला गुप्ता और डा.आसिफ आदि मौजूद रहे।