डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर, शहर में शुरू किया गया एंटी लार्वल छिड़काव

डेंगू की रोकथाम के लिए स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। एंटी लार्वल का छिडकाव के लिए शहर को छह भागों में बांटा गया है। जिसके घर के पास घर के पास पानी जमा मिलेगा उसे दंडित करने का निर्णय लिया गया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 04:10 PM (IST) Updated:Sat, 04 Sep 2021 04:10 PM (IST)
डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर, शहर में शुरू किया गया एंटी लार्वल छिड़काव
डेंगू की रोकथाम के लिए स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने कसी कमर। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। शहर को छह भागों में बांटकर जमा पानी व मच्छरों के लार्वा की जांच की जाएगी। जहां लार्वा मिलेंगे, वहां एंटी लार्वल का छिड़काव कराया जाएगा। घरों या उसके आसपास जमा पानी में यदि लार्वा मिले तो संबंधित व्यक्ति को नोटिस दिया जाएगा। दूसरी बार मिलने पर अर्थदंड लगाया जाएगा।

मलेरिया इंस्‍पेक्‍टर को बनाया गया जिम्‍मेदार

प्रत्येक भाग की जिम्मेदारी दो मलेरिया इंस्पेक्टर को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इंस्पेक्टर अपने क्षेत्र में साफ पानी के जमाव वाले स्रोतों जैसे कूलर, गमले, टूटे पात्र, एसी बैैंड, फ्रीज ट्रे आदि की जांच करेंगे। अगर जांच में इन स्थानों पर साफ पानी व मच्छरों के लार्वा मिलते हैं तो पहली बार संबंधित व्यक्ति और संस्थान को नोटिस दिया जाएगा। दूसरी बार अर्थदंड लगाया जाएगा। इंस्पेक्टर जुर्माना लगाने के साथ ही चालान भी करेंगे। पहले चरण में होटल, अस्पताल, स्कूल आदि सार्वजनिक जगहों पर जांच होगी।

छिडकाव के लिए दिया गया प्रशिक्षण

जिला मलेरिया अधिकारी डा. अंगद सिंह ने बताया कि सीएमओ के निर्देश पर एसीएमओ डा. एके चौधरी की निगरानी में यह अभियान मलेरिया विभाग की टीम चलाएगी। इस काम में सहायक मलेरिया अधिकारी भी लगाए गए हैं। इसे लेकर मलेरिया इंस्पेक्टर और फाइलेरिया इंस्पेक्टर को प्रशिक्षित कर क्षेत्र में उतारा गया है। डेंगू और अन्य मच्छरजनित रोगों की जांच के लिए सभी 19 सीएचसी-पीएचसी, 127 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और 23 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर किट रखे गए हैं। बुखार होने पर स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं, अपने मन से दवा न खाएं।

एक व्‍यक्ति से दूसरे व्‍यक्ति में होता है मलेरिया का

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि डेंगू का वाहक मच्छर जैसे ही किसी स्वस्थ शरीर के व्यक्ति में डेंगू वायरस छोड़ता है, वह व्यक्ति महज छह से 12 घंटे के भीतर वह दूसरे को संक्रमित करने की स्थिति में आ जाता है। दो से सात दिन तक वह एक संक्रामक व्यक्ति के तौर पर रहता है। इस समयावधि में उसके जरिये डेंगू वायरस इसी रफ्तार से अन्य लोगों में फैलने लगता है।

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