DR Sugestions on Coronavirus: खुद हो गए संक्रमित पर लोगों का दुख दूर करने में भूल गए खुद की पीड़ा Gorakhpur News
DR Sugestions on Coronavirus डा. अग्रवाल का कहना है कि कोविड के लक्षण जैसे ही दिखें तत्काल इलाज शुरू हो जाना चाहिए। इसी मकसद से उन्होंने एक ऐसा पर्चा छपवाया है जिसमें कोरोना के इलाज का पूरा चिकित्सीय फार्मूला दर्ज है।
गोरखपुर, जेएनएन। चिकित्सक धरती पर भगवान का रूप होता है, इस कहावत को पूर्वांचल के मशहूर सीना रोग विशेषज्ञ डा. वीएन अग्रवाल पूरी तरह चरितार्थ कर रहे। कोरोना महामारी के चलते मची तबाही में वह मरीजों के लिए वैसे ही सहारा बने हुए हैं, जैसे चिलचिलाती धूप में पेड़ की ठंडी छांव। खुद बीमार हैं लेकिन लेकिन दूसरों का रोग दूर करने की उन्हें ज्यादा ङ्क्षचता है। दरअसल लोगों को दुख दूर करने में वह कई बार खुद की पीड़ा भी भूल जा रहे।
देर रात तक मरीजों का करते रहते हैं इलाज
कोरोना की दूसरी स्ट्रेन ने जब पूर्वांचल के लोगों को अपने दायरे में लेना शुरू किया तो डा. अग्रवाल ने बतौर सीना रोग विशेषज्ञ सतर्कता और इलाज को लेकर अपनी सक्रियता बढ़ा दी। ऐसा इसलिए कि कोविड-19 वायरस से होने वाली दिक्कत सीधे उनकी विशेषज्ञता से जुड़ी है। लोग वायरस की चपेट में न आने पाएं, पहले तो उन्होंने इसके लिए सतर्क करने का बीड़ा उठाया और जब तेजी से संक्रमितों की संख्या बढ़ी तो इलाज में जुट गए। तड़के से लेकर देर रात तक वह मरीजों के इलाज में इस तरह लगे रहे कि खुद संक्रमित हो गए पर उन्होंने इसकी चिंता नहीं की। शारीरिक दूरी बनाने के लिए जब मरीजों से उनका प्रत्यक्ष मिलना बंद हुआ तो इलाज के लिए उन्होंने वाट््सएप को माध्यम बना लिया। इसके लिए उन्होंने अपने मोबाइल फोन नंबर को प्रचारित किया, जिसके सहारे वह प्रतिदिन 250 से अधिक मरीजों का मुफ्त इलाज कर रहे हैं। इसमें कोरोना के मरीज तो शामिल हैं ही, दमा व टीबी के वह गंभीर मरीज भी शामिल हैं, जिन्हें अगर डा. अग्रवाल का सहारा न मिलता तो इस लाकडाउन के समय में उनके लिए जीवन-मरण का संकट खड़ा हो जाता। इस पर डा. अग्रवाल की महानता देखिए। वह कहते हैं कि मरीजों की सेवा बतौर चिकित्सक मेरा धर्म है और वही कर रहा हूं, इसके अतिरिक्त कुछ नहीं।
देश भर में घूम रहा डा. अग्रवाल का पर्चा
डा. अग्रवाल का कहना है कि कोविड के लक्षण जैसे ही दिखें, तत्काल इलाज शुरू हो जाना चाहिए। इसी मकसद से उन्होंने एक ऐसा पर्चा छपवाया है, जिसमें कोरोना के इलाज का पूरा चिकित्सीय फार्मूला दर्ज है। इसमें दवाओं का नाम और डोज तो लिखा है। समय पर जांच और घरेलू उपाय का भी जिक्र है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से उनका वह पर्चा देश के कोने-कोने तक पहुंच चुका है। सैकड़ों लोग उसके हिसाब से इलाज करके कोरोना से मुक्ति भी पा चुके हैं।