चार साल में अनाज का उत्पादन बढ़ा: कृषि मंत्री
पशु मछली पालन सब्जी फल दूध उत्पादन पर भी ध्यान दें किसान
संतकबीर नगर: राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए राज्य स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी में कहा कि चार साल में लगातार अनाज का उत्पादन बढ़ा है। अधिकारी व किसान देश में अनाज उत्पादन में इस राज्य को अग्रणी बनाए रखने में सहयोग करें। किसान पुराने बीज की जगह नया बीज का प्रयोग करें। दलहन- तिलहन के क्षेत्रफल को बढ़ाएं। धान की खरीद शुरू होने वाली है। खरीद केंद्रों पर सभी जरूरी सुविधाएं प्रदान की जाए। आनलाइन पंजीकरण शुरू हो गया है। इस वर्ष केंद्र सरकार ने सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1946 रुपया प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, यह पिछले साल से अधिक है। सरकार ने गन्ने का मूल्य भी बढ़ा दिया है।
कृषि राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत ने कहा कि किसानों को धान, गेहूं की खेती के साथ ही पशुपालन, मछली पालन, सब्जी, फल व दूध उत्पादन पर भी ध्यान देना चाहिए। इससे उनकी आय में वृद्धि होगी। अपर मुख्य सचिव (कृषि) डा. देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि जोत के अनुसार खाद की बिक्री होनी चाहिए। खाद खरीदने वाले किसानों को प्वाइंट आफ सेल (पीओएस) से रसीद अवश्य दी जाए। जनपद स्तर पर खाद की बिक्री व भंडारण की निगरानी की जाए। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को बारिश, जलभराव से बर्बाद हुई फसल का बीमा कंपनी से मुआवजा दिलाएं। बीज विकास निगम के जरिए अनुसूचित जाति व जनजाति बाहुल्य गांवों में अनुदानित बीज उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। पराली को जलाने की बजाय बायो डी कंपोजर का प्रयोग कर इससे खाद बनाएं। समीप के गोशाला में पराली देकर गोबर की खाद प्राप्त कर सकते हैं। निदेशक-उद्यान, पशुपालन व मत्स्य, प्रमुख सचिव-सिचाई व सहकारिता ने विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी दी। रबी 2021-22 की तैयारी के संबंध में भी बताया गया। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विद्यालय-कानपुर के वैज्ञानिक डा. महक सिंह ने तिलहन फसल में जिप्सम के प्रयोग पर बल दिया। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट के एनआइसी में प्रभारी सीडीओ डीडी शुक्ल, उप कृषि निदेशक लोकेंद्र सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. संजय कुमार यादव, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी शशांक चौधरी, जिला उद्यान अधिकारी एसके दूबे, प्रगतिशील किसान सुरेंद्र राय आदि उपस्थित रहे।