गोरखपुर के निजी अस्पतालों में धड़ल्ले से बेची जा रही सरकारी दवाएं
गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में एक महिला मरीज को उत्तर प्रदेश सप्लाई- नाट फार सेल लिखा इंजेक्शन लगाकर 2395 रुपये वसूल लिए गए। रैपर देखने के बाद मरीज के स्वजन ने हंगामा खड़ा कर दिया। बाद में पुलिस भी आई।
गोरखपुर, जेएनएन। गरीबों के लिए आर्ईं सरकारी दवाएं निजी अस्पतालों में धड़ल्ले से बेची जा रही हैं। जरूरतमंदों को नर्सिंग होमों में इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। ऐसा ही एक मामला तारामंडल स्थित निजी अस्पताल में सामने आया है। एक महिला मरीज को 'उत्तर प्रदेश सप्लाई- नाट फार सेल लिखा इंजेक्शन लगाकर 2395 रुपये वसूल लिए गए। रैपर देखने के बाद मरीज के स्वजन ने हंगामा खड़ा कर दिया। 112 नंबर डायल करने पर मौके पर पुलिस पहुंच गई और समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। स्वजन ने रामगढ़ ताल थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
सरकारी इंजेक्शन लगाकर ले लिया 2395 रुपये
बेलघाट थाने के ग्राम बौरडीह निवासी अनूप मिश्रा ने पत्नी निशी मिश्रा को तारामंडल स्थित एक निजी अस्पताल में डाक्टर को दिखाया। जांच के बाद उन्हें भर्ती कर लिया गया। उन्होंने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। उन्हें 'एंटी डी इंजेक्शन लगाया गया। उस पर उत्तर प्रदेश सप्लाई- नाट फार सेल लिखा हुआ है। इस इंजेक्शन को लगाकर 2395 रुपये ले लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह सरकारी दवा है, इसे निजी अस्पताल में मनमाने रेट पर बेचा जा रहा है। इस बारे में बात करने पर अस्पताल प्रबंधन पर उन्होंने धमकाने का भी आरोप लगाया है।
पहले धमकाया फिर समझौता करने का बनाया दबाव
उन्होंने कहा कि पहले धमकी दी गई, उसके बाद समझौता करने का दबाव बनाया जाने लगा। एसओ रामगढ़ताल अनिल सिंह ने बताया कि तहरीर मिल गई है। मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। जिला महिला अस्पताल के प्रबंधक कमलेश का कहना है कि यदि दवा की शीशी पर उत्तर प्रदेश सप्लाई लिखा है तो निश्चित तौर पर यह दवा सरकारी है। यदि किसी ने लिखित शिकायत की तो इसकी जांच की जाएगी कि यह दवा बाहर कैसे पहुंच गई। दोषियों पर कार्रवाई होगी।