गोरखपुर के नकली दवा कारोबारियों पर कसेगा शिकंजा, मिला सुराग

उत्तराखंड से एक व्यापारी ने बड़े पैमाने पर नकली दवाएं मंगाई थीं। उसने दूसरे व्यापारी को बेच दी और उस व्यापारी ने तीन व्यापारियों को बेची। इसमें से एक व्यापारी ने 18 लाख रुपये की दवाएं लखनऊ के एक व्यापारी को भेज दी।

By Satish chand shuklaEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 11:12 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 11:12 AM (IST)
गोरखपुर के नकली दवा कारोबारियों पर कसेगा शिकंजा, मिला सुराग
नकली दवा के संबंध में फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। नकली दवाओं के खेल का पूरी तरह पर्दाफाश होने का समय आ गया है। दवाओं को बेचने वाले कारोबारी के कंप्यूटर के हार्ड डिस्क का डिलीट हुआ डाटा री-स्टोर हो चुका है। सत्यापन शुरू हो गया है। कई थोक व्यापारियों के साथ ही अनेक मेडिकल स्टोर वाले भी ड्रग विभाग के निशाने पर आ चुके हैं। इसमें भालोटिया के दो व्यापारी भी शामिल हैं। दोनों सगे भाई हैं।

उत्‍तराखंड से मंगाई गई थी नकली दवा

उत्तराखंड से एक व्यापारी ने बड़े पैमाने पर नकली दवाएं मंगाई थीं। उसने दूसरे व्यापारी को बेच दी और उस व्यापारी ने तीन व्यापारियों को बेची। इसमें से एक व्यापारी ने 18 लाख रुपये की दवाएं लखनऊ के एक व्यापारी को भेज दी। वहां जांच में दवाएं नकली साबित हुईं तो उसने लौटा दिया। इसके बाद दवा लखनऊ भेजने वाले व्यापारी ने जिससे खरीदा था, उसके कंप्यूटर की हार्ड डिस्क जबरदस्ती कब्जे में लेकर पूरा डाला डिलीट कर दिया था। वह हार्ड डिस्क ड्रग विभाग के हाथ लग गई है और डाटा री-स्टोर किया जा चुका है। इसमें कई व्यापारियों की कलई खुलने की आशंका बलवती हो गई।

खोजे जा रहे अधिक मुनाफा कमाने वाले व्यापारी

अली नगर के एक व्यापारी के यहां से आठ लाख रुपये की नकली दवाएं पकड़ ली गई हैं। कड़ी से कड़ी जोड़ी जा रही है। साथ ही हार्ड डिस्क के डाटा से भी उन व्यापारियों के नाम का पता किया जा रहा है जिन्होंने एक सप्ताह के अंदर दवाएं खरीदी हैं। इसमें बड़ी संख्या में मेडिकल स्टोर वालों के नाम भी मिल सकते हैं जिन्होंने 30 फीसद मुनाफे के चक्कर में नकली दवाएं खरीदी हैं। विभाग ऐसे लोगों की तलाश कर रहा है।

जला दी गईं 18 लाख रुपये की दवाएं

दवाओं की थोक मंडी भालोटिया मार्केट में चर्चा है कि लखनऊ से वापस आ रही 18 लाख की नकली दवाओं को नौसढ़ से ही गायब कर दिया गया। इसी बीच ड्रग विभाग को इसकी सूचना मिल चुकी है। इसलिए व्यापारी ने उन दवाओं को जला दिया है। सहायक औषधि आयुक्‍त एजाज अहमद का कहना है कि कोई बच नहीं पाएगा। काले कारोबार का पूरी तरह पर्दाफाश हो जाएगा। सुराग मिल चुका है। एक से दो दिन में सभी नकली दवाओं का कारोबार करने वाले सामने आ जाएंगे।

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