Gorakhpur Weather Updates: गर्मी के बीच मौसम ले सकता है यू टर्न, दो दिन बार फिर बारिश के आसार
Gorakhpur Weather Updates 28 September 2020 गोरखपुर में बारिश के बीच गर्मी शुरू हो गई है लेकिन गर्मी के बीच मौसम फिर यू टर्न ले सकता है। यहां एक-दो दिन बार फिर बारिश की संभावना बन रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। मानसून आज राजस्थान से लौट सकता है। इसके चलते अगले एक दो दिनों तक हल्की बारिश के आसार हैं। सोमवार सुबह भी करीब आधे घंटे तक जिले में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई, लेकिन बाद में चटख धूप ने लोगों को गर्मी का आभास कराया।
मौसम विशेषज्ञ ने कैलाश पाण्डेय ने कहा कि सोमवार को मानसून राजस्थान से लौट सकते हैं। इससे हल्की बारिश के आसार हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार को भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है। अधिकतम तापमान 33.4 व न्यूनतम 26.3 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। इसके चलते लोग हल्की गर्मी महसूस करेंगे। आसमान में कुछ स्थानों पर बादल छाए रह सकते हैं। रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 32.7 व न्यूनतम 25..8 डिग्री सेल्सियस रहा।
सुबह आधे घंटे तक शहर में हुई बारिश
शहरी क्षेत्र से जिले के कुछ स्थानों पर सुबह करीब पांच बजे बारिश हुई। इससे लोग अनुमान लगा रहे थे कि आज भी मौसम सुहावना रहेगा। लेकिन धूप निकलते ही उन्हें लगा कि गर्मी से राहत मिलने वाली नहीं है।
पिछले सात दिनों का तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
सोमवार 34.8
मंगलवार 30.8
बुधवार 28.5
गुरुवार 25.6
शुक्रवार 29.8
शनिवार 32
रविवार 32.7
लौटी बाढ़ ने बढ़ाई प्रशासन की चिंता, नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी
सितंबर महीने के अंतिम सप्ताह में लौटी बाढ़ ने जिला प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। एक बार नदियों का जलस्तर सामान्य होने के बाद चैन की सांस ले रहे अधिकारियों के लिए यह स्थिति अप्रत्याशित है। बाढ़ बचाव टीमों को सक्रिय कर दिया गया है और लगातार नदियों के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। कई स्थानों पर आवागमन के लिए नाव लगानी पड़ी है। नेपाल से पानी आने के कारण राप्ती एवं रोहिन नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। त्रिमुहानी घाट में रोहिन नदी के खतरे का बिन्दु 82.44 मीटर पर है जबकि नदी सोमवार की सुबह आठ बजे 84.49 मीटर पर बह रही है। इसी प्रकार बर्डघाट में राप्ती नदी खतरे के निशान से करीब 71सेंटीमीटर ऊपर यानी 75.69 मीटर पर बह रही है। दोनों ही नदियां चढ़ाव पर हैं। पिछले 16 घंटे में रोहिन के जलस्तर में 30 सेंटीमीटर जबकि राप्ती के जलस्तर में 26 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी हुई है। कैंपियरगंज क्षेत्र के तीन गांव बुढ़ेली, खड़खड़िया व रिगौली में बाढ़ का पानी घुस जाने से कई लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना पड़ा है। आवागमन के लिए यहां नाव लगा दी गई है। बुढ़ेरी गांव का कोमर टोला जलमग्न हो गया है। बांसगांव क्षेत्र के मझगांवा गांव की ओर राप्ती नदी का दबाव बढ़ रहा है। यहां तटबंध की निगरानी चल रही है, अभी तक कोई नुकसान नहीं हुआ है। आमी नदी में पानी पीछे की ओर आने से कुछ गांव प्रभावित हो गए हैं। एहतियात के तौर पर वहां भी नाव लगा दी गई है। माना जा रहा है कि अगले दो से तीन दिन स्थिति नाजुक रहेगी, उसके बाद बारिश नहीं हुई तो पानी उतरने की संभावना है।
जिलाधिकारी ने दिए सतर्कता बरतने के निर्देश
प्रभारी जिलाधिकारी इंद्रजीत सिंह ने बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली है। उन्होंने सभी जरूरी उपाय करने का निर्देश दिया है। जिले में 85 में से 64 बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) को तैयार रहने को कहा गया है। कैंपियरगंज क्षेत्र के बुढ़ेरी गांव का कोमर टोला जलमग्न हो गया है। वहां से 40 परिवारों को बंधे पर पहुंचाया गया है। प्रशासन की ओर से उन्हें तिरपाल एवं अन्य राहत सामग्री मुहैया करायी गई है।