Gorakhpur Weather News: बढ़ेगा अधिकतम और न्यूनतम तापमान का अंतर

ठंड के मौसम की दस्तक के साथ तापमान में तरह-तरह के परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। अधिकतम तापमान में कभी गिरावट तो कभी बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। 24 अक्‍टूबर को जो अधिकतम तापमान गिरकर 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 03:47 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 03:47 PM (IST)
Gorakhpur Weather News: बढ़ेगा अधिकतम और न्यूनतम तापमान का अंतर
बढ़ेगा अधिकतम और न्यूनतम तापमान का अंतर। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। ठंड के मौसम की दस्तक के साथ तापमान में तरह-तरह के परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। अधिकतम तापमान में कभी गिरावट तो कभी बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। 24 अक्‍टूबर को जो अधिकतम तापमान गिरकर 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, 25 अक्‍टूबर को वह बढ़कर 33 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। उधर न्यूनतम तापमान में फिलहाल कोई परिवर्तन नहीं हो रहा। 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है।

खुली धूप व कोहरे का पडेगा तापमान पर असर

मौमस विज्ञानी कैलाश पांडेय के मुताबिक न्यूनतम तापमान में समय से साथ और गिरावट आएगी लेकिन अधिकतम तापमान फिलहाल एक सप्ताह तक 32 से 34 डिग्री सेल्सियस के करीब बना रहेगा। ऐसे में न्यूनतम और अधिकतम तापमान के बीच अंतर बढ़ेगा। इसकी वजह दिन में खुली धूप का होना और शाम को कुहेसा होना बता रहे है।

कुहेसा के चलते वातावरण में रहेगी नमी, बढेगी ठंड

बंगाल की खाड़ी से रात से लेकर दोपहर तक चल रही पुरवा हवाएं जैसे ही दोपहर बाद पछुआ मेें बदलेंगी कुहेसा की स्थिति हो जाएगी। कुहेसा के चलते रात को वातावरण में पर्याप्त नमी रहेगी, जो तापमान को गिराने में सहयोगी साबित होगी। उधर सूर्य की कर्क रेखा से दूरी निरंतर बढ़ती जा रही है। यही वजह है कि दिन छोटा होता जा रहा है और रात बड़ी। सूर्य की जैसे-जैसे दूरी बढ़ेगी, रात और बड़ी होगी। ऐसे में न्यूनतम तापमान के अधिकम समय तक रहेगा, जिसके चलते ठंड में बढ़ोत्तरी होगी।

पहाड़ो पर हो रही बर्फबारी का भी पड़ेगा असर

मौसम विज्ञानी बता रहे हैं कि इस समय पश्चिमी जम्मू-कश्मीर और उत्तरी पाकिस्तान में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके चलते देश के उत्तरी क्षेत्र के पहाड़ों पर रह-रह कर बर्फबारी शुरू हो गई है। इसका भी असर पूर्वी उत्तर प्रदेश के तापमान पर पड़ेगा और यहां का तापमान गिरेगा। इसके चलते कुहेसा भी बढ़ेगा। मौसम विज्ञानी के मुताबिक फिलहार बारिश के कोई आसार नहीं हैं। क्योंकि ऐसी कोई वायुमंडलीय परिस्थिति नहीं बनी हुई है।

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