Gorakhpur Weather: गोरखपुर में मौसम का मिजाज: बादलों ने डाला डेरा, तेज हवाओं के साथ हुई हल्की बूंदाबांदी
मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण बुधवार की सुबह हवाओं की रफ्तार 28 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच गई। हालांकि मौसम के इस बदलाव में बादलों की वजह से तापमान गिरने की बजाय एक डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ गया।
गोरखपुर, जेएनएन। तेज धूप की वजह से तेजी से रफ्तार पकड़़ रही गर्मी पर बुधवार की सुबह कुछ घंटों के लिए ही सही विराम लग गया। आसमान में बादलों की मौजूदगी के बीच तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी से लोगों को फौरी तौर पर गर्मी से राहत मिली। मौसम विशेषज्ञ मौसम के इस बदले मिजाज की वजह पश्चिमी विक्षोभ बता रहे हैं। कश्मीर से निकलकर यह पश्चिमी विक्षोभ तिब्बत की ओर बढ़ रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपरी हिस्से से गुजरने के दौरान इसने गोरखपुर और आसपास के क्षेत्र का मौसम बदल दिया।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी बूंदाबांदी
पीपीगंज क्षेत्र में तेज हवा चली और हल्की बूंदाबांदी हुई तो गगहा में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश दर्ज की गई। चिलुआताल में मौसम में बदलाव तेज हवाओं तक सिमटकर रह गया। झंगहा, कैंपियरगंज, भटहट, ब्रह्मपुर में भी कमोबेस यही स्थिति रही। शहर में कुछ स्थानों पर बूंदाबादी हुई पर ज्यादातर स्थानों पर बादलों की मौजूदगी में हवाएं चलती रहीं। हालांकि छिटपुट बादलों के बीच अब मौसम एक बार फिर साफ होने लगा है और धूप अपने रौ में वापस आने लगी है।
फौरी है मौसम का यह बदलाव
मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण बुधवार की सुबह हवाओं की रफ्तार 28 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच गई। हालांकि मौसम के इस बदलाव में बादलों की वजह से तापमान गिरने की बजाय एक डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ गया। मंगलवार को सुबह का तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था, जो बुधवार की सुबह 22.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। गर्मी से राहत का अहसास तेज हवाओं की वजह से हुआ। मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक इस बदलाव का असर बुधवार के अधिकतम तापमान में दिखने की संभावना है। अधिकतम तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जा सकती है। मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि बूंदाबांदी की वजह से वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ी है। ऐसे में एक-दो दिन तक उमस भरी गर्मी पड़ सकती है।