किसानों को समूह बनाकर खेती करने के लिए प्रेरित करेगा गोरखपुर विश्‍वविद्यालय

विश्वविद्यालय का मानना है कि एफपीओ के माध्यम से किसान अगर समूह बनाकर खेती करेंगे तो उन्हें न केवल खेती करने में बल्कि उसका संसाधन जुटाने में सुविधा होगी। किसानों को एफपीओ के प्रति आकर्षित करने के लिए विश्वविद्यालय ने एक कार्यशाला आयोजित करने की योजना बनाई है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 04:46 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 04:46 PM (IST)
किसानों को समूह बनाकर खेती करने के लिए प्रेरित करेगा गोरखपुर विश्‍वविद्यालय
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के मुख्‍यद्वार का फाइल फोटो, जागरण।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। किसानों में उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने तरह-तरह के प्रयास शुरू किए हैं। इसे लेकर कृषि विज्ञान केंद्र चौकमाफी से करार करने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन और एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी) बनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने जा रहा है। इसके पीछे विश्वविद्यालय की मंशा किसानों को प्रगतिशील बनाने और कृषि से आय बढ़ाने की है।

31 जुलाई से छह जुलाई के बीच कार्यशाला का आयोजन

विश्वविद्यालय का मानना है कि एफपीओ के माध्यम से किसान अगर समूह बनाकर खेती करेंगे तो उन्हें न केवल खेती करने में बल्कि उसका संसाधन जुटाने में सुविधा होगी। किसानों को एफपीओ के प्रति आकर्षित करने के लिए विश्वविद्यालय ने एक कार्यशाला आयोजित करने की योजना बनाई है। विश्वविद्यालय के यूजीसी ह्यूमन रिसोर्स एंड डेवलेपमेंट सेंटर और एंटरप्रेन्योरशिप एंड इंक्यूबेशन सेल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने वाली इस कार्यशाला में देश भर के विषय विशेषज्ञ किसानों को एफपीओ का फायदा बताकर उससे जुडऩे के लिए प्रेरित करेंगे। कार्यशाला की तारीख 31 जुलाई से छह अगस्त के बीच तय की गई है। कार्यशाला के समन्वयक डा. मनीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यशाला में शामिल होने के इच्छुक किसान और लोग विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण करा सकते हैं।

स्टार्टअप और कचरे से धन बनाने पर भी होगा मंथन

उद्यमिता को बढ़ावा देने के क्रम में ही विश्वविद्यालय ने स्टार्टअप विथ बिजनेस प्लान और कचरे से धन विषय पर भी आनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया है। सात दिन के एक्सीलरेंङ्क्षटग स्टार्टअप्स विथ बिजनेस प्लान विषय पर कार्यशाला का आयोजन दो से आठ अगस्त के बीच होगा। कार्यशाला से देश भर के विशेषज्ञों और विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को जोड़ा जाएगा। समन्वयक डा. अनुपमा कौशिक ने बताया कि इच्छुक लोग पंजीकरण करा सकते हैं। कचरे से धन विषय पर कार्यशाला की समन्वयक डा. स्मृति मल्ल ने बताया कि यह कार्यशाला तीन से नौ अगस्त के बीच आयोजित होगी। इसमें शामिल होने के लिए पंजीकरण कराया जा सकता है।

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