DDU गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षक डा. शरद चंद्र का कोरोना से निधन Gorakhpur News
गोरखपुर विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. शरद चंद्र मिश्र का निधन हो गया। वह कोरोना संक्रमित थे। हालत गंभीर होने पर उन्हें बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने अंतिम सांसें लीं।
गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. शरद चंद्र श्रीवास्तव का निधन हो गया। वह कोरोना संक्रमित थे। हालत गंभीर होने पर उन्हें बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांसें लीं। कोविड प्रोटोकाल के तहत उनका अंतिम संस्कार राप्तीनगर के राजघाट पर किया गया।
डा. श्रीवास्तव की पत्नी और दो बच्चे भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने डा. श्रीवास्तव के निधन पर गहरी शोक-संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि तीन वर्ष पहले ही डा. शरद की नियुक्ति गोरखपुर विश्वविद्यालय में हुई थी लेकिन कम समय में अपने कार्य-व्यवहार से वह परिसर में लोकप्रिय हो गए थे। उनके असामयिक निधन से विश्वविद्यालय को अपूरणीय क्षति हुई है। विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने दिवंगत की आत्मा की शांति की प्रार्थना की है। बता दें कि इस समय विश्वविद्यालय के करीब एक दर्जन शिक्षक और कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हैं।
गोरखपुर में 112 बूथों पर शुरू हुआ कोविड टीकाकरण
कोविड टीकाकरण उत्सव के अंतर्गत बुधवार को 112 बूथों पर टीकाकरण जारी है। हर बूथ पर लंबी लाइन लगी हुई। क्रम से लोग टीका लगवा रहे हैं। उत्सव व उल्लास का माहौल है। अभी तक किसी की तबीयत खराब होने की सूचना नहीं है। टीकाकरण सुबह 10 बजे शुरू हुआ है। हर बूथ के गेट पर सुरक्षा कर्मी तैनात हैं। पहुंचने वालों का आधार कार्ड देखकर अंदर प्रवेश दे रहे हैं। वहां सत्यापन के बाद टीका लगाया जा रहा है। टीका लगाने के बाद लोगों को 30 मिनट आब्जर्वेशन कक्ष में बैठाया जा रहा है। वहां भी खुशनुमा माहौल है।
अधिकारियों ने किया निरीक्षण
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय ने जिला अस्पताल, एम्स में कार्यकारी निदेशक डा. सुरेखा किशोर, जिला महिला अस्पताल में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. माला कुमारी सिन्हा व बाबा राघव दास मेडिकल कालेज में प्राचार्य डा. गणेश कुमार ने निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने मानक के अनुसार टीका लगाने का निर्देश दिया। कहा कि 45 वर्ष से कम उम्र के किसी भी व्यक्ति को टीका न लगाया जाए।