गोरखपुर के विधायक ने सीएम को लिखा पत्र, गोरखनाथ रोड चौड़ीकरण का नया तरीका बताया Gorakhpur News
एक ही खंबे पर सडक भी बन जाएगी और मेट्रो/ मानो-रेल का प्रोजेक्ट भी पूरा हो जाएगा। इससे नागरिकों को कोई क्षति भी नहीं होगी और शासन को मुआवजा भी नहीं देना पडेगा।
गोरखपुर, जेएनएन। नगर विधायक डा. राधामोहन दास अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गोरखनाथ रोड के प्रस्तावित चौड़ीकरण के लिए नया तरीका बताते हुए एक्सपर्ट ओपिनीयन लेने पर विचार करने को कहा है।
टूटने से बच सकती हैं दो सौ दुकानें
उन्होंने योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा है कि समाचारपत्रों में प्रकाशित खबरों के अनुसार करीब 200 दुकानों के तोड़े जाने की संभावना है। इस तोडफोड से नागरिकों को शासन को अच्छा खासा मुआवजा देना पड़ेगा। मुआवजे के अतिरिक्त दो सौ परिवारों को अपूर्णीय क्षति होगी और फिर से दुकानों को दुरुस्त करने तथा सजाने में उनका अच्छा खासा व्यय होगा। उन्होंने कहा कि अधिकांश बडे महानगरों में जंहा आबादी या बाजार के बीच से काफी तोड़फोड़ करके सड़कें चौड़ी करनी पडती हैं, वहां लोक निर्माण विभाग एलीवेटेड रोड बनाकर नागरिकों की छति और उनकी आजीविका को बचा लेता है। एलीवेटेड रोड की लागत थोड़ी अधिक आती है लेकिन शासन द्वारा दिए जाने वाले मुआवजे तथा नागरिकों को होने वाली क्षति के मुकाबले में यह शायद बहुत अधिक न हों। यदि कास्ट बेनिफिट रेटियो के आधार पर फिर यदि इस प्रस्ताव का आर्थिक औचित्य सिद्ध न हो तो एलीवेटेड रोड की जगह फ्लाईओवर बनाकर भी लागत घटाई जा सकती है।
शासन को विचार करना ही चाहिए
यदि दोनों ही कार्यों पर यदि शासन सहमत न हो तो शासन को इस बात पर विचार करना चाहिए कि उक्त सडक पर शीघ्र ही मेट्रो/मोनोरेल का निर्माण प्रस्तावित है। मेट्रो और फ्लाईओवर/ एलीवेटेड रोड के प्राविधान अगर आपस में एमलगमेट कर दिए जायें तो एक ही खंबे पर सडक भी बन जाएगी और मेट्रो/ मानो-रेल का प्रोजेक्ट भी पूरा हो जाएगा। इससे नागरिकों को कोई क्षति भी नहीं होगी और शासन को मुआवजा भी नहीं देना पडेगा। साथ ही महानगर के लिए आकर्षण और पर्यटन का एक नया केंद्र भी बन जाएगा।
एक सप्ताह में टूट गई नई सड़क, फिर से बनाने के निर्देश
नगर विधायक डा राधा मोहन दास अग्रवाल ने नगर निगम के मुख्य अभियंता सुरेश चंद के साथ राजेन्द्र नगर पूर्वी में मधुर मिलन के सामने नगर निगम द्वारा एक सप्ताह पूर्व बनवाई गई सड़क का निरीक्षण किया और सड़क के खराब हिस्से को तोड़कर फिर से बनाने का निर्देश दिया। मालूम हो कि नगर निगम द्वारा राजेन्द्रनगर पूर्वी में कत्थक प्रशिक्षण केन्द्र तक हाटमिक्स से सड़क बनवाई गई है, जो बनने के दिन से ही टूट गई है। नागरिकों ने नगर विधायक को लिखित शिकायत भेजी । इसके बाद नगर विधायक मुख्य अभियंता को लेकर मौके पर पहुंचे। सड़क एक सप्ताह के भीतर ही काफी क्षतिग्रस्त हो गई है और गिट्टियां भी उखड़ गई हैं। बीएम लेयर को दो इंच मोटी होनी चाहिए, नपवाने पर वह भी कम निकली।