गोरखपुर मेडिकल कालेज अब आम रोगियों के लिए खुला, विभागाध्यक्षों ने संभाली ओपीडी की कमान
पहले दिन बहुत कम मरीज पहुंचे। सामान्य दिनों में 25 सौ से तीन हजार मरीज पहुंचते हैं। सर्वाधिक 35 मरीज मेडिसिन की ओपीडी में पहुंचे। ज्यादातर सर्दी-जुकाम खांसी बुखार पेट दर्द व पैर दर्द की शिकायत लेकर आए थे।
गोरखपुर, जेएनएन। 14 अप्रैल के बाद पहली बार बीआरडी मेडिकल कालेज में बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) नियंत्रित ढंग से खुला। 187 मरीज पहुंचे। डाक्टरों ने उनका इलाज किया। पहले दिन विभागाध्यक्षों ने ओपीडी की कमान संभाली। वे स्वयं मौजूद रहे और मरीजों को कोविड प्रोटोकाल के साथ देखे। सभी को निश्शुल्क दवाएं उपलब्ध कराई गईं।
पहले दिन सिर्फ 187 मरीज, डाक्टरों ने किया इलाज
पहले दिन बहुत कम मरीज पहुंचे। सामान्य दिनों में 25 सौ से तीन हजार मरीज पहुंचते हैं। सर्वाधिक 35 मरीज मेडिसिन की ओपीडी में पहुंचे। ज्यादातर सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार, पेट दर्द व पैर दर्द की शिकायत लेकर आए थे। बाल रोग विभाग में अध्यक्ष डा. अनिता मेहता ने 30 बच्चों ने इलाज किया गया। ज्यादातर को दस्त व दूध न पीने की दिक्कत थी। अन्य विभागों में भी अध्यक्षों ने स्वयं मरीजों को देखा। मेडिसिन में डा. महिम मित्तल, हड्डी रोग विभाग में डा. पवन प्रधान, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में डा. वाणी आदित्य व नेत्र रोग विभाग में डा. रामकुमार जायसवाल ने मरीजों की समस्याएं सुनी और दवाएं लिखी।
आनलाइन पंजीकरण की सुविधा
मरीजों के लिए आनलाइन पंजीकरण की सुविधा भी प्रदान की गई है। मरीज अस्पताल पहुंचने से पहले 222.शह्म्ह्य.द्दश1.द्बठ्ठ पर पंजीकरण करा सकते हैं। इससे सामान्य पर्चा काउंटर पर उन्हें लाइन लगाने से मुक्ति मिल जाएगी। वे सीधे आनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम (ओआरएस) काउंटर पर जाकर एक रुपये जमा कर पर्चा बनवा सकेंगे और जल्दी डाक्टर को दिखा सकेंगे। यह जानकारी प्राचार्य डा. गणेश कुमार ने दी। बता दें कि गोरखपुर मेडिकल कालेज में आम मरीजों के प्रवेश पर लगी पाबंदी से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। बड़ी मुश्किल से लोगों का इलाज हो पाता था। अब जबकि गोरखपुर मेडिकल कालेज खुल गया तो आम रोगियों को इससे काफी राहत मिली है।