Lockdown in Gorakhpur : फैक्ट्रियों में कम आए कर्मचारी, प्रभावित रहा उत्पादन Gorakhpur News

Lockdown in Gorakhpur लॉकडाउन के दौरान गोरखपुर की फैक्ट्रियों में कर्मचारी कम आए। इस कारण उत्‍पादन प्रभावित रहा।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 03:25 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 03:25 PM (IST)
Lockdown in Gorakhpur : फैक्ट्रियों में कम आए कर्मचारी, प्रभावित रहा उत्पादन Gorakhpur News
Lockdown in Gorakhpur : फैक्ट्रियों में कम आए कर्मचारी, प्रभावित रहा उत्पादन Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। शासन की ओर से कोरोना से बचाव के लिए लगाए गए 55 घंटे के प्रतिबंध के पहले दिन उद्यमियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ा। अधिकतर फैक्ट्रियों में 35 से 40 फीसद ही कर्मचारी आए। कर्मचारियों की कमी के कारण गीडा की कुछ इकाइयों में काम बंद करना पड़ा। जहां काम हुआ भी, वहां उत्पादन काफी कम रहा। बरगदवां में स्थापित सतत चलने वाली फैक्ट्री वीएन डायर्स को कर्मचारियों की सुरक्षा के लिहाज से दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है।

शासन ने ग्रामीण क्षेत्र में सभी प्रकार के जबकि शहर में सतत संचालित होने वाली इकाइयों को चलाने की अनुमति दी है। इसके तहत गीडा में सभी इकाइयों को चलाने की अनुमति है, लेकिन शनिवार को अधिकतर कर्मचारी आए ही नहीं। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष आरएन सिंह ने बताया कि उनकी तीन में से एक फैक्ट्री को बंद रखना पड़ा। कर्मचारी दूर से आते हैं, इसलिए अधिकतर नहीं पहुंचे। गीडा में कुछ फैक्ट्रियों को छोड़कर अन्य में रविवार को अवकाश रहता है, इस कारण भी शनिवार को कई कर्मचारी नहीं आए। गीडा क्षेत्र में करीब 12 हजार कर्मचारी व मजदूर काम करते हैं। उन्होंने बताया कि कई इकाइयों को बंद रखा गया था। पहले से ही बाजार नहीं था, कोरोना के मामले बढऩे से स्थिति और खराब होने की आशंका है।

 चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं वीएन डायर्स के एमडी विष्णु प्रसाद अजितसरिया ने कहा कि लॉकडाउन प्रथम की तरह स्थिति थी, इसलिए कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए इकाई को दो दिन बंद रखने का फैसला किया गया है। अंकुर उद्योग के निखिल जालान के अनुसार उनके यहां कर्मचारियों की उपस्थिति अ'छी थी।

स्पेशल ट्रेनों के लिए चलीं रोडवेज की 48 बसें

रोडवेज की नियमित सेवा आम जनमानस के लिए पूरी तरह बंद रही, जबकि स्पेशल ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों के लिए देर शाम तक कुल 48 बसें चलाई गईं। यह बसें पूर्वांचल के विभिन्न क्षेत्रों में करीब 24 सौ लोगों को लेकर रवाना हुईं। रविवार को भी सिर्फ स्पेशल ट्रेनों के लिए ही बसें चलाई जाएंगी। निगम के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक केके तिवारी के अनुसार विभिन्न स्पेशल ट्रेनों से उतरे यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बिहार सीमा, पडरौना, सलेमपुर, देवरिया, बलिया, सोनौली, रुद्रपुर, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, खजनी और गोला के लिए बसें चलाई गईं। क्षेत्रीय प्रबंधक के अनुसार यात्रियों का थर्मल स्‍कैनिंग कराने के बाद ही बस में बैठाया गया। इससे पहले यात्रियों के हाथों को सैनिटाइज किया गया। ट्रेनों से गोरखपुर स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों की संख्या रोजाना की अपेक्षा कम रही। गोरखधाम एक्सप्रेस से सिर्फ 517 यात्री ही गोरखपुर में उतरे। यही स्थिति मुंबई व अहमदाबाद से आने वाली ट्रेनों की रही। गोरखपुर में रोजाना पांच स्पेशल ट्रेनों का आगमन और प्रस्थान होता है। 

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