Clean Survey 2021: गोरखपुर में जांच करने को कभी भी धमक सकती है केंद्रीय टीम, स्वच्छता से जुड़े कार्य तेज
देश में स्वच्छ शहरों की सूची में गोरखपुर नगर 82वें पायदान पर पहुंच चुका है। वर्ष 2019 में शहर की राष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग 226 थी। प्रदेश में शहर का रैंक 28वां था। पिछले साल के स्वच्छ सर्वेक्षण में शहर को प्रदेश में नौंवींं रैंक मिली थी।
गोरखपुर, जेएनएन। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में शहर का सिर ऊंचा रखने के लिए नगर निगम प्रशासन भाग-दौड़ कर रहा है। नागरिकों के फीडबैक में गोरखपुर नगर निगम प्रदेश में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। पहले स्थान पर नोएडा है। अफसरों को उम्मीद कि नागरिकों के सहयोग से फीडबैक में गोरखपुर नंबर वन पर रहेगा।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में गोरखपुर
कुल अंक - 6000,
मिले अंक - 3509.46,
प्रत्यक्ष अवलोकन का अंक - 1500,
मिले अंक - 1287,
सेवा स्तर प्रगति का अंक- 1500,
मिले अंक - 990.10,
नागरिक प्रतिक्रिया का अंक - 1500,
मिले अंक - 1032.36,
प्रमाणीकरण का अंक - 1500,
मिले अंक - 200,
अब तक मिले फीडबैक - 435000,
देश में अच्छी होती गई रैंकिंग
वर्ष रैंक पूर्णांक मिले अंक,
2017 314 2000 756,
2018 280 4000 1766.17,
2019 226 5000 2157.65,
2020 82 6000 3509.68,
नोट: 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों की रैंकिंग
प्रदेश में नवें स्थान पर
देश में स्वच्छ शहरों की सूची में गोरखपुर नगर 82वें पायदान पर पहुंच चुका है। वर्ष 2019 में शहर की राष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग 226 थी। प्रदेश में शहर का रैंक 28वां था। पिछले साल के स्वच्छ सर्वेक्षण में शहर को प्रदेश में नौंवींं रैंक मिली थी।
डाउनलोड करें एप
शहर को स्वच्छता में एक नंबर बनाने के लिए नगर निगम क्षेत्र में रहने वाले नागरिक गूगल प्ले स्टोर से स्वच्छता एप (ह्य2ड्डष्द्धद्धड्डह्लड्ड) मोबाइल फोन में डाउनलोड करें। एप के माध्यम से सात सवालों का जवाब देना है। इसे वोट फार योर सिटी का नाम दिया गया है।
यह भी हो रहा है
केंद्रीय टीम सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति का विशेष रूप से निरीक्षण करेगी। यहां साफ-सफाई पर जोर दिया जा रहा है।
शौचालयों में महिलाओं की सहूलियत के लिए सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन व सैनेटरी नैपकिन इंसीनिरेटर भी लगाए जा रहे हैं।
शहर के कई स्थानों पर बन रहे पिंक टायलेट।
रोजाना यूरिनल की सफाई हो रही।
कूड़ा पड़ाव से हर दिन कूड़े का उठान सुनिश्चित किया जा रहा है।
डस्टबिन भी रोजाना खाली कराए जा रहे हैं।
गोपनीय रहता है स्वच्छ सर्वेक्षण की केंद्रीय टीम का दौरा
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मुकेश रस्तोगी का कहना है कि नगर स्वास्थ्य अधिकारी स्वच्छ सर्वेक्षण की केंद्रीय टीम का दौरा पूरी तरह गोपनीय रहता है। हमारे सफाईकर्मी पूरे शहर को साफ-सुथरा रखने में जुटे हैं। पार्षदों व नागरिकों का भी काफी सहयोग मिल रहा है। महापौर सीताराम जायसवाल का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में शहर का चतुर्दिक विकास हो रहा है। शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण में देश के टाप 10 शहरों की सूची में शामिल कराने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। नागरिक, कर्मचारी और अफसर शहर का सिर ऊंचा रखने में जुटे हैं।