Fraud With SBI: विधायक बनकर जालसाज ने SBI से अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए 5.70 लाख Gorakhpur News

Fraud With SBI खुद को विधायक बनकर एक जालसाज ने बैंक मैनेजर को फोन कर खुद को अपने संस्थान के खाते से आइसीसीआइ बैंक के पाटलिपुत्र शाखा के एक खाते में 5 लाख सत्तर हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 07:30 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 10:47 AM (IST)
Fraud With SBI: विधायक बनकर जालसाज ने SBI से अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए 5.70 लाख Gorakhpur News
अपने को विधायक बताकर जालसाज ने एसबीआइ के खाते 5.70 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। खुद को विधायक बनकर एक जालसाज ने गत 31 दिसंबर को एसबीआइ की आइटीएम गीडा शाखा के मैनेजर को फोन कर खुद को अपने संस्थान के खाते से आइसीसीआइ बैंक के पाटलिपुत्र शाखा के एक खाते में 5 लाख सत्तर हजार रुपये ट्रांसफर करने को कहा। उस व्यक्ति ने एक ई-मेल भी बैंक को भेजा। बैंक मैनेजर ने बिना किसी जांच पड़ताल के इतनी बड़ी रकम जालसाज द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दी।

ऐसे सामने आया मामला, हटाए गए बैंक मैनेजर

कुछ दिनों बाद जनप्रतिनिधि ने जब अपना बैंक स्टेटमेंट चेक किया तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। इतनी बड़ी रकम के दूसरे खाते में ट्रांसफर किए जाने पर उन्होंने बैंक अफसरों से इसकी शिकायत दर्ज कराई। बैंक के साथ इस कदर धोखाधड़ी पर शाखा कर्मियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। इस प्रकरण के सार्वजनिक होते देख बैंक ने खाताधारक के खाता में शाखा के खाते से रकम वापस कराई। चूंकि प्रकरण गंभीर था इसलिए बैंक ने 20 दिनों तक मामले को दबाए रखा।

अफसरों ने मैनेजर को शाखा से हटाकर मंडलीय कार्यालय में संबद्व कर जांच जांच बैठा दी है इस बीच बैंक मैनेजर के तबादले की भी खबर है। बैंक ने इस मामले में अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध गीडा थाने में तहरीर दी। थाना प्रभारी ने तहरीर को साइबर क्राइम ब्रांच को सौप दी है। अब साइबर क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है।

शाखा द्वारा ग्राहक का आदेश मानकर राशि का स्थानांतरण किया गया था। ग्राहक की शिकायत मिलने पर बैंक प्रबंधन ने प्रारंभिक जांच की जा रही है। ग्राहक के खाते में राशि को बहाल कर दिया गया है। इसके साथ ही निजी बैंक को संबंधित खाते पर रोक लगाने का अनुरोध किया गया है। इस मामले में पुलिस में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। - मनीष मठपाल, क्षेत्रीय प्रबंधक, एसबीआइ

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