Good news: किसानों को हर सप्ताह गन्ना मूल्य का भुगतान करेगी बभनान मिल

मौजूदा पेराई सत्र में बस्ती जिले की बभनान चीनी मिल ने क्रय किए गए गन्ने का भुगतान एक सप्ताह के अंदर ही कर देने का निर्णय लिया है। एक तरफ जहां प्रदेश की कई चीनी मिलों पर किसानों का पिछले पेराई सत्र का गन्ना मूल्य बकाया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 06:50 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 06:50 AM (IST)
Good news: किसानों को हर सप्ताह गन्ना मूल्य का भुगतान करेगी बभनान मिल
किसानों को हर सप्ताह गन्ना मूल्य का भुगतान करेगी बभनान मिल। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मौजूदा पेराई सत्र में बस्ती जिले की बभनान चीनी मिल ने क्रय किए गए गन्ने का भुगतान एक सप्ताह के अंदर ही कर देने का निर्णय लिया है। एक तरफ जहां प्रदेश की कई चीनी मिलों पर किसानों का पिछले पेराई सत्र का गन्ना मूल्य बकाया है, वहीं बभनान चीनी मिल 14 दिनों के अंदर गन्ना मूल्य भुगतान करने के नियम से एक कदम आगे बढकर सप्ताह भीतर ही भुगतान करने का जो निर्णय लिया है। मिल के इस निर्णय से किसान काफी खुश है।

25 नवंबर से चालू हुआ पेराई सत्र

बभनान चीनी मिल का मौजूदा पेराई सत्र 25 नवंबर से चालू है। मिल गेट सहित 79 गन्ना क्रय केंद्रों से गन्ने की खरीद हो रही है। अब तक चीनी मिल ने लगभग साढे़ तीन लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की है। बभनान चीनी मिल के मुख्य महाप्रबंधक अजय द्विवेदी ने बताया कि किसानों को चीनी मिल पर गन्ना सप्लाई करने के बाद उन्हें किसी प्रकार की आर्थिक दिक्कत न हो इसके लिए यह निर्णय किया गया है कि हर सप्ताह उनका भुगतान कर दिया जाए।

छह दिसंबर को किसानों के खाते भेजा जाएगा भुगतान

अब तक खरीदे गए कुल गन्ना मूल्य का भुगतान 6 दिसंबर दिन सोमवार को किसानों के खाते में भेजा जाएगा। इसके बाद नियमित हर सप्ताह सोमवार को क्रय किए गए गन्ने का भुगतान होता रहेगा। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि चीनी मिल किसानों को समय से भुगतान देने के साथ ही उनकी आय को भी बढ़ाना चाहती है।

किसानों को उन्‍नतशील बीज उपलब्‍ध कराएगी चीनी मिल

इसके लिए उन्नतशील प्रजाति के बीज भी चीनी मिल उपलब्ध करा रही है। किसान उन्नतशील प्रजाति का है बीज इस्तेमाल करें जिससे उनकी उपज बढे। वहीं मिल पेड़ी प्रबंधन मशीन किसानों को 50 फीसद अनुदान पर उपलब्ध करा रही है, जिसका प्रयोग कर वह पेड़ी फसल से भी अधिक उपज लें सकते हैं।

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