टेराकोटा के बर्तन में परोसे जाएंगे सुनहरी शकरकंद के व्यंजन, इसी महीने होगा शकरकंद महोत्सव Gorakhpur News
इसी महीने सुनहरी शकरकंद को बढ़ावा देने के लिए महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। जिला प्रशासन ने इस महोत्सव के बहाने एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में शामिल टेराकोटा उत्पाद को प्राेत्साहन देने का फैसला भी किया है।
उमेश पाठक, गोरखपुर : गोरखपुर जिले में इसी महीने सुनहरी शकरकंद को बढ़ावा देने के लिए महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। जिला प्रशासन ने इस महोत्सव के बहाने एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में शामिल टेराकोटा उत्पाद को प्राेत्साहन देने का फैसला भी किया है। ओडीओपी में शामिल टेराकोटा के बर्तन में शकरकंद के लजीज व्यंजन परोसे जाएंगे।
फरवरी के अंत तक हाे सकता है आयोजन
फरवरी महीने के अंत तक गोरखपुर में सुनहरी शकरकंद महोत्सव का आयोजन किया जाना है। झांसी में स्ट्रा बेरी महोत्सव आयोजित करने वाले आयोजकों को इसकी जिम्मेदारी दी जा रही है। इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जा सके, इसके लिए होटल एवं रेस्टोरेंटों को भी इससे जोड़ा जा रहा है। जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने होटल एवं रेस्टोरेंट संचालकों के साथ बैठक की थी, जिसमें इस बात पर सहमति बनी थी कि महोत्सव में सभी शामिल होंगे। इसके बाद भी प्रमुख होटलों के मेन्यू में इसे शामिल किया जाएगा। बैठक में यह भी तय किया गया कि टेराकोटा के बर्तन में इन व्यंजनों को परोसा जाए। इससे इस इन उत्पादों का भी बेहतर तरीके से प्रमोशन हो सकेगा। जिला उद्योग केंद्र की ओर से इस दिशा में प्रयास शुरू कर दिया गया है।
अभी नहीं तय की गई है तिथि
सुनहरी शकरकंद महोत्सव की तिथि अभी तय नहीं हुई है। तिथि तय होने के बाद उद्योग विभाग की ओर से माटी शिल्पकारों को बर्तन तैयार करने के लिए कहा जाएगा। इस बर्तन के बदले उन्हें भुगतान भी किया जाएगा।
सीएफसी का भी होगा निर्माण
टेराकोटा को बढ़ावा देने के लिए कामन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) बनाया जाना है। इसके लिए जिला उद्योग केंद्र की ओर से प्रस्ताव भेजा जा चुका है और शासन ने भी मंजूरी दे दी है। केंद्र की ओर से मंजूरी मिल जाने के बाद इसका निर्माण शुरू हो जाएगा। सीएफसी में एक ही छत के नीचे हर तरह की सुविधा मिल सकेगी।
काफी बेहतर साबित होगी योजना
गोरखपुर के मुख्य विकास अधिकारी के इंद्रजीत सिंह नेे कहा कि सुनहरी शकरकंद के साथ ही टेराकोटा को बढ़ावा देने के लिए भी योजना बनायी गई है। व्यंजनों को टेराकोटा के बर्तनों मे परोसा जाएगा। इस संबंध में शिल्पकारों को बर्तन बनाने का आर्डर दिया जाएगा। यह योजना काफी बेहतर साबित होगी।