गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को गुलाब देकर बोल रहे, मास्क है जरूरी
रेलवे स्टेशन पर बिना मास्क लगाए आने वाले यात्रियों पर चालान का भी असर नहीं पड़ रहा। ऐसे में स्टेशन प्रबंधन ने स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से गुलाब का फूल और मास्क देकर लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति सुरक्षित करने की शुरुआत की है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर बिना मास्क के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत जांच टीम ने यात्रियों का चालान नहीं काटा, बल्कि गुलाब का फूल भेंटकर लोगों को अपनी गलती का अहसास कराया। फूल के साथ निश्शुल्क मास्क देकर यह भी बताया कि हाथों की सफाई और शारीरिक दूरी के साथ मास्क भी जरूरी है।
स्टेशन प्रबंधन मास्क नहीं पहनने वाले यात्रियों के खिलाफ चला रहा अभियान
दरअसल, यात्रियों पर चालान का भी असर नहीं पड़ रहा। रेलवे प्रशासन चालान तो काट दे रहा लेकिन लोग मास्क को लेकर प्रेरित नहीं हो पा रहे। यात्री सामान्य दिनों की भांति स्वजन के साथ बिना मास्क के ही रेलवे स्टेशन पहुंच जा रहे हैं। ऐसे में स्टेशन प्रबंधन ने स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से गुलाब का फूल और मास्क देकर लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति सुरक्षित करने की शुरुआत की है। ताकि, लोग मास्क की अहमियत समझ सकें और यात्रा से पहले रेलवे की पहल को याद कर अपने आप को पूरी तरह सुरक्षित कर लें।
गोरखपुर में अक्टूबर में अभी तक एक हजार यात्रियों का कट चुका है चालान
स्टेशन डायरेक्टर आशुतोष गुप्ता कहते हैं कि अक्टूबर में अभी तक बिना मास्क पहने करीब एक हजार लोगों का चालान काटा जा चुका है। जुर्माना के रूप में लगभग दो लाख रुपये की वसूली भी हो चुकी है। इसके बाद भी अपेक्षाकृत लोग जागरूक नहीं हो पा रहे। अर्थ दंड का उद्देश्य सिर्फ जागरूकता लाना है। ऐसे में अर्थदंड के साथ लोगों को प्रेरित करने के लिए नई शुरुआत की गई है। इस पहल को गोरखपुर के अलावा अन्य स्टेशनों के डिस्प्ले बोर्ड पर भी प्रदर्शित किया जाएगा। पहले दिन स्वयं सेवी संस्था के सहयोग से 56 लोगों को फूल और मास्क दिया गया। यहां जान लें कि रेलवे बोर्ड ने 16 अप्रैल 2022 तक स्टेशनों और ट्रेनों में कोविड प्रोटोकाल अनिवार्य कर दिया है। रेलवे प्रशासन निर्धारित तिथि तक प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित कराएगा।