तंगहाली व प्रेम प्रसंग में युवा दे रहे जान

नपद में आत्महत्या की प्रवृति तेजी से बढ़ रही है। लोग असमय मौत को गले लगा रहे हैं। उनके अंदर परेशानियों से लड़ने की क्षमता खत्म होती जा रही है। मई से अब तक 1

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 06:30 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 06:30 AM (IST)
तंगहाली व प्रेम प्रसंग में युवा दे रहे जान
तंगहाली व प्रेम प्रसंग में युवा दे रहे जान

सिद्धार्थनगर : जनपद में आत्महत्या की प्रवृति तेजी से बढ़ रही है। लोग असमय मौत को गले लगा रहे हैं। उनके अंदर परेशानियों से लड़ने की क्षमता खत्म होती जा रही है। मई से अब तक 18 लोगों ने आत्महत्या कर ली है। इनमें से कई आर्थिक तंगी के शिकार हैं या फिर प्रेम प्रसंग में असफल हो चुके युवा हैं। लगातार हो रही मौतों से कई तरह के सवाल भी खड़ा होने लगा है। पुलिस भी ऐसे मामलों में चाहकर कुछ नहीं कर पा रही है। एक सप्ताह के अंदर, शोहरतगढ़ में एक, मोहना में दो लोगों ने अपनी इहलीला समाप्त कर ली।

आए दिन किसी न किसी गांव में लोग छोटी- छोटी बातों में जान दे दे रहे हैं। परिवार के साथ समाज के लोगों को यह बातें अब चुभने लगी हैं कि क्या इतनी छोटी- छोटी बातों पर जान दी जा सकती है। इसका जवाब ढूढ़ पाना शायद आसान नहीं है। पर यह सभी को जरूर सोचने की जरूरत है कि आखिर इससे लोगों को बचाया कैसे जाए।

मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के जोकइला गांव में अजय कुमार साहनी ने छत की कुंडी में पकड़ा बांधकर फांसी लगाकर रविवार की रात में जान दे दी। स्वजन मौत की असली वजह नहीं बता पा रहे हैं।

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केस-दो

मोहाना थाना क्षेत्र के भुजौली गांव के टोला खरहरा में रूपेश नामक युवक ने पेड़ से लटक कर जान दे दी। वह रविवार की देर शाम घर से निकला था।

दो अगस्त को मोहाना थाना क्षेत्र के हरैया निवासी विजय नामक युवक ने इंटरनेट पर लाइव होकर जान दे दी। वह काफी दिनों से तनाव में लग रहा था।

चिल्हिया थाना क्षेत्र के एक गांव में युवक ने पत्नी से विवाद के बाद चार मई को जहर खाकर आत्महत्या कर ली। स्वजन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए, पर जान नहीं बच पाई।

संयुक्त, जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डा. संजय कुमार का कहना है कि इस वक्त लोग छोटी-छोटी बातों पर जान दे रहे हैं। इसके पीछे की असली वजह सिर्फ तनाव है। इससे बचने के लिए लोगों को अपनी परेशानियों को परिवार के बड़े बुजुर्गाें के साथ साझा करनी चाहिए। चिड़चिड़ापन होने या तनाव की स्थित में चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लेना चाहिए। एएसपी सुरेश चंद्र रावत ने कहा कि आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ी है। यह चितनीय है। इससे निपटने के लिए सभी को सामूहिक प्रयास करना चाहिए। जरूरत होने पर पुलिस की मदद भी ले सकते हैं।

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