Geeta Press Gorakhpur: 44 पुस्तकों का क‍िया नेपाली में प्रकाशन, अब नेपाल के घर-घर गीता पहुंचाने की तैयारी

गीताप्रेस के काठमांडू केंद्र ने नेपाल में घर-घर गीता की पुस्तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। पुस्तकें निश्शुल्क प्रदान की जा रही है। इस साल एक लाख हिंदू घरों में पुस्तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से 27 हजार घरों में गीता पहुंच चुकी है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 02:20 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 02:20 PM (IST)
Geeta Press Gorakhpur: 44 पुस्तकों का क‍िया नेपाली में प्रकाशन, अब नेपाल के घर-घर गीता पहुंचाने की तैयारी
गीता प्रेस नेपाल में घर-घर में गीता की पुस्तक पहुंचाने की तैयारी कर रहा है। - फाइल फोटो

गोरखपुर, गजाधर द्विवेदी। गीताप्रेस के काठमांडू केंद्र ने नेपाल में घर-घर गीता की पुस्तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। पुस्तकें निश्शुल्क प्रदान की जा रही है। इस साल एक लाख हिंदू घरों में पुस्तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से 27 हजार घरों में गीता पहुंच चुकी है। निश्शुल्क वितरित करने वाली गीता की कीमत आठ से लेकर 35 रुपये तक है।

प्रतिवर्ष बिकती हैं लगभग एक करोड़ रुपये की पुस्तकें

विदेश में गीताप्रेस का एकमात्र केंद्र काठमांडू में स्थित है। इस केंद्र द्वारा चलाए जा रहे 'घर-घर गीता' अभियान में गीताप्रेस मुख्यालय ने भी 15 हजार पुस्तकें भेजी है। नेपाल में यह अभियान स्कूलों से शुरू हुआ है। बच्‍चों के माध्यम से पुस्तकें घर-घर पहुंचाई जा रही हैं। इसके बाद सार्वजनिक स्थानों, प्रतिष्ठानों व गांवों में जाकर इस अभियान को गति दी जाएगी। इस अभियान में बड़ी संख्या में लोग आगे आ रहे हैं। वे केंद्र की आर्थिक मदद भी कर रहे हैं। उनके सहयोग से पुस्तकों का वितरण कराया जा रहा है।

44 धार्मिक पुस्तकों का हुआ नेपाली में प्रकाशन

गीताप्रेस से प्रकाशित लगभग एक करोड़ रुपये की पुस्तकें प्रतिवर्ष नेपाल में बिकती हैं। इसे देखते हुए गीताप्रेस ने गीता, श्रीरामचरितमानस सहित 44 पुस्तकों का नेपाली भाषा में अनुवाद कराकर प्रकाशन कराया है। नेपाल में नेपाली के अलावा संस्कृत व हिंदी पुस्तकों की भी मांग ज्यादा है।

इस वर्ष एक लाख घरों में गीता पहुंचाने का लक्ष्य

गीताप्रेस के काठमांडू केंद्र के व्यवस्थापक व गीता परिवार, नेपाल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय किशन शारडा ने बताया कि नेपाल के हर हिंदू घरों गीता पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। गीता का केवल वितरण ही नहीं हो रहा बल्कि 'गीता परिवार' के जरिये लोगों को आनलाइन पढऩा भी सिखाया जा रहा है। इस वर्ष एक लाख घरों में गीता की पुस्तकें पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। कोरोना संक्रमण की वजह से अभियान प्रभावित हुआ था, लेकिन अब इसे पुन: शुरू किया गया है। अभी तक 27 हजार पुस्तकें बांटी जा चुकी हैं।

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