बहुमंजिली आवासीय इमारतें भी बनाएगा गीडा, चिन्हित हुई जमीन Gorakhpur News

गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) गोरखपुर में आवासीय कालोनी भी बनाएगा। अधिकारी इसका प्रस्‍ताव तैयार करा चुके हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 12:30 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 12:35 PM (IST)
बहुमंजिली आवासीय इमारतें भी बनाएगा गीडा, चिन्हित हुई जमीन Gorakhpur News
बहुमंजिली आवासीय इमारतें भी बनाएगा गीडा, चिन्हित हुई जमीन Gorakhpur News

गोरखपुर, उमेश पाठक। बाघागाड़ा फोरलेन बाइपास के दोनों ओर स्थित गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) का सेक्टर-11 परंपरा से हटकर बाजार की मांग के अनुसार विकसित होगा। प्रोफेशनल टाउन प्लानर से प्रस्ताव आमंत्रित करने के लिए गीडा जल्द ही 'रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल' (आरएफपी) प्रकाशित करेगा। टाउन प्लानर बाजार का अध्ययन करने के बाद जो प्रस्ताव देंगे उसे बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। जिस प्लान पर मुहर लगेगी उसी के अनुसार ले-आउट तैयार किया जाएगा।

टाउन प्लानर से प्रस्ताव मांगने के लिए 'रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल' प्रकाशित करेगा गीडा

औद्योगिक इकाइयों के लिए गीडा परंपरागत रूप से भूखंड आवंटित करता है, जिस पर उद्यमी इच्‍छानुसार उद्योग लगाते हैं। प्राधिकरण ने आवासीय कालोनी भी बनाई थी, जिसमें आवंटियों को भूखंड दिए गए थे। कुछ दिन पहले एक आवासीय कालोनी में बहुमंजिला इमारत बनाने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे, लेकिन लाकडाउन के चलते प्रक्रिया रुक गई। प्राधिकरण अब परंपरागत रूप से भूखंड आवंटित करने की बजाय सेक्टर का विकास इस रूप में करेगा जो वर्तमान बाजार की मांग के अनुसार हो।

400 एकड़ में होगा विकास, बनेगा बस टर्मिनल

गीडा के सेक्टर 11 में करीब 400 एकड़ में विकास होना है। भविष्य में यहां सभी सुविधाओं से युक्त टाउनशिप भी विकसित होगी। यहां अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बनेगा, जहां से सभी बड़े शहरों के लिए लग्जरी बसें मिल सकेंगी। हालांकि पहले चरण में 70 एकड़ जमीन में विकास किया जाएगा। इसी का प्रस्ताव पहले मांगा जाएगा। कालेसर जीरो प्वाइंट के निकट कालेसर, बांसपार, माही में व्यावसायिक दृष्टिकोण से विकास होगा। इसमें संस्थाओं के लिए भूखंड के साथ व्यावसायिक कांप्लेक्स बनाए जाएंगे।

सेक्टर 11 को नए रूप में विकसित करने की योजना है। बाजार की वर्तमान मांग के अनुसार ले-आउट का प्रस्ताव टाउन प्लानरों से जल्द आमंत्रित किए जाएंगे। - संजीव रंजन, गीडा सीईओ 

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