बदल जाएगी गोरखपुर के पार्कों की सूरत, जीडीए खर्च करेगा 40 लाख रुपये
गोरखपुर विश्वविद्यालय के सामने स्थित पं. गोविंद बल्लभ पंत पार्क पार्क रोड स्थित पं. रामप्रसाद बिस्मिल पार्क बेतियाहाता स्थित मुंशी प्रेमचंद पार्क गोलघर स्थित इंदिरा बाल विहार पार्क एवं तारामंडल स्थित आंबेडकर पार्क की दशा सुधारने के लिए काम शुरू हो गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) शहर में स्थित अपने पार्कों को चमकाने में जुटा है। पांच पार्कों पर करीब 40 लाख रुपये खर्च किए जाने का अनुमान है। प्राधिकरण की ओर से पार्कों को सुंदर बनाने का काम शुरू हो चुका है।
मुंशी प्रेमचंद पार्क, पं. गोविंद बल्लभ पंत पार्क, पं. रामप्रसाद बिस्मिल पार्क का होगा जीर्णोद्धार
दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के सामने स्थित पं. गोविंद बल्लभ पंत पार्क, पार्क रोड स्थित पं. रामप्रसाद बिस्मिल पार्क, बेतियाहाता स्थित मुंशी प्रेमचंद पार्क, गोलघर स्थित इंदिरा बाल विहार पार्क एवं तारामंडल स्थित आंबेडकर पार्क की दशा सुधारने के लिए काम शुरू हो गया है। इंदिरा बाल विहार पार्क को पूरी तरह से चमकाया जा रहा है। नए सिरे से झूले, मूर्तियों की पेंटिंग की गई है और बैठने के लिए बेंच लगाए गए हैं। पंत पार्क में भी पार्क की सफाई के साथ ही क्षतिग्रस्त पाथ वे की मरम्मत की जा रही है। ओपेन जिम में लगे उपकरणों की नए सिरे से मरम्मत एवं रंगाई की जाएगी।
मुंशी प्रेमचंद पार्क में प्रेमचंद की प्रतिमा को बेहतर बनाया जा रहा
मुंशी प्रेमचंद पार्क में प्रेमचंद की प्रतिमा को बेहतर बनाया जा रहा है। वहां मौजूद कक्ष की भी नए सिरे से मरम्मत एवं पेंटिंग कराई जा रही है। आंबेडकर पार्क में पाथ वे, झूले आदि का निर्माण जारी है। हर पार्क पर चार से नौ लाख रुपयेे तक खर्च किए जा रहे हैं। पार्कों के जीर्णोद्धार का काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही विंध्यवासिनी पार्क में योग केंद्र के जीर्णोद्धार का काम भी अंतिम चरण में है।
शहर के पार्कों के जीर्णोद्धार की योजना बनाई गई है। प्रथम चरण में छोटी-छोटी कमियों को दूर किया जा रहा है। सभी पार्कों को इस तरह तैयार किया जाएगा कि वहां आने वाले लोगों को सुखद अनुभूति हो। - प्रेम रंजन सिंह
उपाध्यक्ष जीडीए।
शिविर में निस्तारित हुए 15 मामले, जीडीए को हुई 85 लाख की कमाई
शमन मानचित्र से जुड़े मामलों के निस्तारण के लिए जीडीए में लगाए गए दो दिवसीय शिविर में 15 मामलों का मौके पर निस्तारण किया गया। इससे प्राधिकरण को दो दिनों में प्राधिकरण को करीब 85 लाख रुपये की आय हुई है। जीडीए सभागार में आयोजित शिविर में सचिव उदय प्रताप सिंह, मुख्य अभियंता पीपी सिंह के नेतृत्व में सभी सहायक एवं अवर अभियंताओं ने लोगों की समस्या का निराकरण किया। पहले दिन 10 जबकि दूसरे दिन पांच लोगों के शमन मानचित्र स्वीकृत किए गए। जीडीए उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि समय-समय पर इस तरह के शिविर लगाए जाते रहेंगे।