नकली देसी शराब बनाने वाले गिरोह का सरगना भूमिगत Gorakhpur News

पीपीगंज थाने में जयसिंह बबलू जगदीश सोनू और संतोष के खिलाफ जालजाजी व आबकारी एक्‍ट के तहत केस दर्ज कराया है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपित जयसिंह व बबलू को जेल भेज दिया। सरगना समेत अन्‍य आरोपितों को पकड़ने में रुचि नहीं ले रही है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 05:32 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 05:32 PM (IST)
नकली देसी शराब बनाने वाले गिरोह का सरगना भूमिगत Gorakhpur News
ये अपराध से संबंधित प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

 गोरखपुर, जेएनएन। नकली देसी शराब बनाने वाले गिरोह का सरगना भटहट का रहने वाला जगदीश गुप्‍ता भूमिगत हो गया है। एसएसपी के निर्देश के बाद भी पुलिस शाहपुर क्षेत्र में स्थित उसके गोदाम का पता नहीं लगा पायी जहां नकली शराब बनाई जाती है। जगदीश के साथी सोनू यादव व संतोष के बारे में भी पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है।

19 सितंबर की रात में आबकारी निरीक्षक राकेश त्रिपाठी ने पीपीगंज कस्‍बे के रहने वाले जयसिंह को जंगल कौडि़या में गिरफ्तार किया। स्‍कूटी की तलाशी लेने पर देसी शराब का ढक्‍कन, नकली क्‍यूआर कोड मिला। जयसिंह ने बताया कि पीपीगंज के बगहीभारी के रहने वाले बबलू ने यह सामान दिया है जिसे वह मजनू चौराहे पर रहने वाले संतोष कुमार को देने जा रहा था । उसकी  निशानदेही पर आबकारी विभाग की टीम ने बबलू के घर छापा डाल उसे गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर घर के अंदर छिपाकर रखा गया 400 लीटर  रेक्टिफाइड स्प्रिट, 946 ढक्‍कन मिला। पूछताछ करने पर बबलू ने बताया है कि भटहट के रहने वाले जगदीश गुप्ता व सोनू यादव उसे रेक्टिफाइड स्प्रिट सप्लाई करते हैं। आबकारी निरीक्षक राकेश त्रिपाठी ने बताया ने पीपीगंज थाने में जयसिंह, बबलू, जगदीश, सोनू और संतोष के खिलाफ जालजाजी व आबकारी एक्‍ट के तहत केस दर्ज कराया है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपित जयसिंह व बबलू को जेल भेज दिया। सरगना समेत अन्‍य आरोपितों को पकड़ने में  रुचि नहीं ले रही है। एसपी नार्थ अरविंद पांडेय ने बताया कि नकली शराब बनाने वाले गिरोह के सरगना व साथियों को पकड़ने के लिए पीपीगंज थानेदार को दिए गए हैं। जल्‍द ही उन्‍हें पकड़ लिया जाएगा। 

बनाते थे बंटी-बबली ब्रांड की नकली शराब

जगदीश के साथियों के पास से मिले नकली देसी शराब के ढक्‍कन व क्‍यूआर कोड आइजीएल गीडा में बनने वाले बंटी-बबली ब्रांड के थे। आबकारी विभाग की जांच में पता चला कि पिछले एक साल से यह गिरोह नकली देसी शराब बनाकर सरकारी दुकानों पर बेच रहा था।

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