साइबर ठगों ने अपनाया नया तरीका, अब इस तरीके से कर रहे ठगी Gorakhpur news
साइबर ठग अब पीएम आवास योजना के नाम पर ठगी कर रहे हैं। यही नहीं डूूूूडा के सुपरवाइजर भी पीएम आवास के नाम पर रुपये मांग रहे हैं। हाल ही में डूडा के अफसर कई सुपरवाइजरों को हटा चुके हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। हैलो, प्रधानमंत्री आवास विकास योजना कार्यालय लखनऊ से बोल रहा हूं। आपको प्रधानमंत्री आवास के रुपये अब सीधे बैंक खाते में दिए जाएंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि कोई बिचौलिया रुपये न ले सके। अब आप फटाफट अपना आधार कार्ड नंबर और बैंक पासबुक का नंबर बता दीजिए।
प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर ठग कर रहे हैं फोन
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास के रुपये दिलाने के लिए यह फोन वार्ड नंबर 12 जनप्रिय विहार की रीता देवी की बेटी के पास आया तो वह भी चौंक गईं। जिस आवास के रुपये के लिए उनके माता-पिता कई बार अफसरों का चक्कर काट चुके हैं, वह इतनी आसानी से मिल जाएगा, इसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी। जालसाज ने आधारकार्ड का नंबर भी ले लिया लेकिन जब उसने बैंक पासबुक का नंबर सीधे बताने को कहा तो परिवार के लोगों को शक हुआ। जालसाज से उसका वाट्सएप नंबर मांगा तो उसने कुछ देर बाद बताया कि उनके कार्यालय में वाट्सएप नंबर नहीं चलता है। जालसाज बात करने के साथ यह भी कह रहा था कि किसी को बताना नहीं, जब खाते में रुपये आ जाएं और आप इन रुपयों को निकल लो तभी किसी से बताना। घर वालों ने समझदारी दिखायी और बैंक का एकाउंट नंबर नहीं दिया। फोन काटने के बाद वह सीधे पार्षद के पास पहुंचे तब पता चला कि वह साइबर ठगों के चंगुल में आने से बाल-बाल बचे हैं।
सुपरवाइजर भी करते हैं वसूली
प्रधानमंत्री आवास के नाम पर रुपये मांगने के आरोप में जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के अफसर कई सुपरवाइजरों को हटा चुके हैं। हाल ही में चार महिलाओं ने एक युवक के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआइआर भी कराई थी।
आए दिन आती है शिकायत
डूडा के परियोजना अधिकारी विकास सिंह ने कहा कि फोन पर प्रधानमंत्री आवास योजना के रुपये दिलाने के नाम पर ठगों का फोन आने की शिकायत आए दिन आती है। किसी को भी ठगों के चक्कर में नहीं पडऩा चाहिए। जो भी जानकारी लेनी है वह सुपरवाइजरों को फोन कर ली जा सकती है।
पार्षद ऋषि मोहन वर्मा ने कहा, सीएम के संज्ञान में लाएंगे मामला
प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर लगातार ठगी करने वाले गिरोह सक्रिय हो रहे हैं लाभार्थियों के पास फोन करके साइबर क्राइम के जरिए ठगी का प्रयास किया जा रहा है। ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य अलग-अलग नंबरों से बात करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी नाम लेने से नहीं चूक रहे। इस प्रकरण पर विगत 15 सितंबर को पार्षद ऋषि मोहन वर्मा ने थानाध्यक्ष गोरखनाथ को पत्र सौंपकर गिरोह के विरुद्ध जांच की मांग की थी। हिंदू युवा वाहिनी के महानगर संयोजक एवं पार्षद ऋषि मोहन वर्मा ने पूरे प्रकरण को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने की बात कही है।