PWD अभियंता पर कार्रवाई को लेकर भाजपा में घमासान, अभियंता के पक्ष में आए गोरखपुर सांसद समेत चार विधायक

PWD के अवर अभियंता पर कार्रवाई को लेकर भाजपा में घमासान हो गया है। जिस अभियंता की नगर विधायक डाक्‍टर राधा मोहन ने शिकायत की उसके पक्ष में सांसद समेत चार विधायक आ गए हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 26 Aug 2020 01:05 PM (IST) Updated:Thu, 27 Aug 2020 08:20 AM (IST)
PWD अभियंता पर कार्रवाई को लेकर भाजपा में घमासान, अभियंता के पक्ष में आए गोरखपुर सांसद समेत चार विधायक
PWD अभियंता पर कार्रवाई को लेकर भाजपा में घमासान, अभियंता के पक्ष में आए गोरखपुर सांसद समेत चार विधायक

गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया रोड पर सड़क निर्माण से उत्तर ओर बसी कॉलोनियों में जलजमाव के मामले में पीडब्लूडी के सहायक अभियंता केके सिंह को हटाए जाने का प्रकरण राजनीतिक रंग लेने लगा है। दो दिन पहले इसे लेकर सांसद रवि किशन और नगर विधायक डाॅ. राधा मोहन दास अग्रवाल आमने-सामने हो गए थे और अब जिले के तीन विधायक सांसद की ओर से सहायक अभियंता के पक्ष में खड़े हो गए हैं।

नगर विधायक नाराज, सांसद समेत चार विधायकों ने दी क्‍लीन चिट

गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह, कैं‍पियरगंंज के विधायक फतेेेेहबहादुर सिंह, पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह और सहजनवां विधायक शीतल पांडेय ने उप मुख्यमंत्री व पीडब्लूडी मंत्री केशव प्रसाद मौर्य को पत्र लिखकर अभियंता को न हटाए जाने के पक्ष में तर्क दिया है। सबने एक स्वर से सहायक अभियंता की कार्यशैली की तारीफ की है और उनके हटाए जाने से कई निर्माण कार्य प्रभावित होने की बात कही है। बीते शनिवार को नगर विधायक ने सहायक अभियंता की कार्यप्रणाली पर पहले विधानसभा में सवाल उठाया था और फिर उप मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाए जाने के लिए कहा था। नगर विधायक के मुताबिक उप मुख्यमंत्री ने विभाग के इंजीनियर इन चीफ को पत्र लिखकर सहायक अभियंता को लखनऊ अटैच करने को निर्देश दिया था। हालांकि अभी तक इसे लेकर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है। सहायक अभियंता के खिलाफ नगर विधायक के शिकायत की बात जब सांसद रवि किशन तक पहुंची तो उन्होंने कार्य प्रभावित होने का हवाला देते हुए प्रोजेक्ट पूरा होने तक उन्हें बनाए रखने के लिए मंत्री को पत्र लिखा है। नए परिदृश्य में अब तीन विधायक भी उनके पक्ष में आ गए हैं।

यह है मामला

देवरिया फोरलेन के उत्तर में सिघंडिया से वसुंधरा कॉलोनी व प्रज्ञा विहार होते हुए इंजीनियरिंग कॉलेज तक हुए जल-जमाव के लिए नगर विधायक ने सहायक अभियंता को दोषी ठहराया था। उनका कहना था सड़क ऊंची बना देने से यह दिक्कत आई है। सड़क निर्माण से पहले जल-जमाव न होने का इंतजाम करना चाहिए था। जबकि सांसद रवि किशन का कहना है कि सड़क को ऊंचा किया जाना जरूरी था। ऐसा न करने से मार्ग पर जल-जमाव की समस्या बनी रहती और आवागमन बाधित होने और दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी रहता। सांसद का यह भी कहना है कि वहां एक नाले का निर्माण हो रहा है। नाला बन जाने के बाद काॅलोनियों में जल-जमाव की समस्या समाप्त हो जाएगी।

सहायक अभियंता के पक्ष में विधायकों की दलील

मेरे क्षेत्र में सभी महत्वपूर्ण मार्गों के कार्य सहायक अभियंता केके सिंह द्वारा ही संपादित कराए जा रहे हैं। वह निर्धारित समय सीमा में गुणवत्ता के साथ कार्य सम्पन्न करा रहे हैं। उनके कहीं और भेजे जाने से कार्य में विलंब होने की आशंका बढ़ जाएगी। - महेंद्र पाल सिंह, विधायक, पिपराइच

मेरे विधानसभा क्षेत्र में मार्गों से जुड़े सभी महत्वपूर्ण कार्य सहायक अभियंता केके सिंह ही संपादित करा रहे हैं। सभी कार्य समय सीमा के भीतर गुणवत्ता के साथ सम्पन्न हो रहे हैं। उनके खिलाफ शिकायत गलत और मनगढंत है। उन्हें गोरखपुर में ही रहने दिया जाए। - विपिन सिंह, विधायक, गोरखपुर ग्रामीण

मेरी नजर में सहायक अभियंता केके सिंह कर्मठ और लगनशील अभियंता हैं। मेरे विधानसभा क्षेत्र में उनके द्वारा कराया जा रहा कार्य गुणवत्तापूर्ण है। मेरे क्षेत्र को अभी उनके अनुभव की जरूरत है। इसलिए फिलहाल उन्हें न हटाया जाए वरना कार्य प्रभावित होगा। - शीतल पांडेय, विधायक, सहजनवां

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