Coronavirus Lockdown: सफल रहा पचास फीसद दुकान खोलने का फार्मूला Gorakhpur News
Coronavirus Lockdown गोरखपुर में फिजिकल डिस्टेंसिंग का सौ फीसद अनुपालन करने के लिए रविवार को महेवा स्थित सब्जी की थोक मंडी में आधी दुकानें ही खुलीं।
गोरखपुर, जेएनएन। फिजिकल डिस्टेंसिंग का सौ फीसद अनुपालन करने के लिए रविवार को महेवा स्थित सब्जी की थोक मंडी में आधी दुकानें ही खुलीं। प्रशासन के निर्देश पर सब्जी व आलू-प्याज विक्रेताओं में क्रमबद्ध तरीके से एक-एक दिन का अंतर देकर दुकानें खोलने पर सहमति बनी थी। पहले दिन फार्मूला सफल नजर आया। दुकानों पर आम दिनों के मुकाबले कम भीड़ नजर आई।
बैठक के बाद लिया गया निर्णय
मंडी में ग्राहकों की भीड़ कम करने के लिए तीन दिन पहले सिटी मजिस्ट्रेट ने सब्जी और आलू-प्याज विक्रेताओं के साथ बैठक की थी। जिसमें यह तय हुआ कि अगल-बगल स्थित दो दुकानें एक दिन का अंतर देकर खुलेंगी। जो दुकान पहले दिन खुलेगी वह अगले दिन बंद रहेगी। अगले दिन दूसरी दुकान खुलेगी। इससे यह लाभ होगा कि दुकान के सामने ग्राहकों को खड़ा होने के लिए पर्याप्त स्थान मिल जाएगा। अधिकांश दुकानदारों ने इस प्रस्ताव पर सहमति दी थी। पूर्वांचल सब्जी-फल थोक विक्रेता कल्याण समिति के अध्यक्ष संजय कुमार शुक्ला ने बताया कि 75 में से सब्जी की 37 तथा आलू-प्याज की 30 मे से 15 दुकानें ही खुलींं।
फायर फाइटर ने संभाला मोर्चा, शहर को कर रहे सैनिटाइज
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए फायर फाइटर भी एक माह से योद्धा की तरह मैदान में डटे हैं। आम जनमानस को आग के साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए शहर के साथ ही गांव व कस्बे को सैनिटाइज्ड कर रहे हैं। मुस्तैदी से ड्यूटी के साथ ही फायर फाइटर लोगों को शारीरिक दूरी बनाने और लॉकडाउन का पालन करने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। अग्निशमन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इस समय दोहरी चुनौती का सामना कर रहे हैं। शहर के अलावा गांवों और कस्बों को फायर ब्रिगेड के वाहनों से सैनिटाइज्ड किया जा रहा है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि फायर ब्रिगेड के वाहन शहर के अलावा आसपास के गांवों में जाकर सैनिटाइज्ड कर रहे हैं। फायर विभाग की ओर से सैनिटाइजेशन में तीन वाहन लगाए गए हैं। एक माह से चल रहे अभियान में शहर के अधिकतर मोहल्ले, सरकारी भवन, अस्पताल और अपार्टमेंट सैनिटाइज्ड किए जा चुके हैं। इस दौरान फायर फाइटर विशेष सतर्कता बरतते हैं। आग लगने की सूचना पर भी फायर फाइटर पहुंच रहे हैं।
निभानी पड़ रही दोहरी भूमिका
मुख्य अग्निशमन अधिकारी डीके सिंह ने कहा कि मार्च से मई के महीने के बीच आग लगने की सबसे अधिक घटनाएं होती हैं। ऐसे में हमें दोहरी भूमिका निभानी पड़ रही है, जिसके लिए हम मानसिक रूप से तैयार हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम की मदद से चल रहा सैनिटाइजेशन का कार्य जारी रहेगा।