पूर्व एमएलसी माफिया रामू द्विवेदी व उसके तीन अन्य सहयोगी लखनऊ में गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के टाप 33 माफिया सूची में शामिल पूर्व विधान परिषद सदस्य संजीव द्विवेदी उर्फ रामू को देर रात 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के नौ साल पुराने मामले में देवरिया पुलिस ने लखनऊ स्थित गोमतीनगर के विभूति खंड आवास से गिरफ्तार कर लिया।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 06:05 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 06:05 PM (IST)
पूर्व एमएलसी माफिया रामू द्विवेदी व उसके तीन अन्य सहयोगी लखनऊ में गिरफ्तार
लखनऊ स्थित आवास से माफिया रामू को गिरफ्तार कर निकलती पुलिस। सौ. इंटरनेट मीडिया

गोरखपुर, जेएनएन : उत्तर प्रदेश के टाप 33 माफिया सूची में शामिल पूर्व विधान परिषद सदस्य संजीव द्विवेदी उर्फ रामू को देर रात 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के नौ साल पुराने मामले में देवरिया पुलिस ने लखनऊ स्थित गोमतीनगर के विभूति खंड आवास से गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा उसके तीन सहयोगियों को देवरिया के विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने माफिया समेत चारों को न्यायालय में पेश किया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया।

देवरिया पुलिस आधी रात पहुंची थी लखनऊ

उत्तर प्रदेश के टाप 33 माफिया की सूची में रामू द्विवेदी का नाम आने के बाद देवरिया पुलिस आधी रात में लखनऊ पहुंची। वहां लखनऊ की पुलिस की मदद से संजीव द्विवेदी को गिरफ्तार किया और लखनऊ से माफिया को लेकर रामपुर कारखाना थाने पर पहुंची। जहां चार घंटे तक रखी रही। जबकि उनके तीन सहयोगी खुखुंदू थाना क्षेत्र के ग्राम सुविखर का रहने वाला मनीषा मिश्रा व शहर के भुजौली कालोनी का बजरंगी तिवारी तथा बरहज के गोपवापार का रहने वाला कृणाल मल्ल को भी विभिन्न जगहों से गिरफ्तार किया गया।

रामू व उसके सहयोगियों से पुलिस ने की पूछताछ

सदर कोतवाली में अपर पुलिस अधीक्षक राजेश सोनकर माफिया रामू व उसके तीन सहयोगियों से सख्ती से पुरानी घटनाओं के बारे में पूछताछ की। गिरफ्तार सभी बदमाश 2012 में एक व्यापारी से रंगदारी मांगने के मामले में वांछित चल रहे थे।

अक्टूबर 2012 में दर्ज हुआ था मुकदमा

शहर के व्यापारी निकुंज अग्रवाल से अक्टूबर 2012 में 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। इस मामले में छह अक्टूबर को निकुंज ने मुकदमा दर्ज किया। हालांकि बाद में सुलह करा दिया गया। दावा है कि न्यायालय में सुलह स्वीकार नहीं किया गया था। इस मामले में ही माफिया समेत सभी के खिलाफ वारंट जारी हो गया था। इसके अलावा गोरखपुर जिले के चौरीचौरा थाने के हिस्ट्रीशीटर माफिया रामू पर लखनऊ में 1996 से 98 के बीच हत्या के तीन मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा गोरखपुर, देवरिया में उस पर रंगदारी, हत्या की कोशिश जैसी कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। इसके अलावा 16 फरवरी 2016 की रात में माफिया रामू के आवास पर गोली चली थी। इस मामले में व्यापारी संजय केडिया ने हत्या के प्रयास का केस दर्ज कराया था।

रामू व उसके तीन सहयोगियों को पकड़ा गया

देवरिया के पुलिस अधीक्षक डा. श्रीपति मिश्र ने कहा कि पूर्व विधान परिषद सदस्य माफिया रामू द्विवेदी तथा उसके तीन सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये सभी एक व्यापारी से रंगदारी मांगने के मामले में वांछित चल रहे थे।अन्य मामलों की फाइल खोली गई है।

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