पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह ने दिया थाने में धरना

समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता ने थानाध्यक्ष पर जेल भेजने की धमकी देने का लगाया आरोप बोले बेटे को चुनाव न लड़ने का पुलिस बना रही दबाव पूर्व मंत्री थाने में साढ़े पांच घंटे धरने पर बैठे रहे इस बीच पुलिस अधिकारियों से वार्ता के बाद उन्होंने धरना समाप्त किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 05:00 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 05:00 AM (IST)
पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह ने दिया थाने में धरना
पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह ने दिया थाने में धरना

कुशीनगर: पूर्व राज्यमंत्री व सपा नेता राधेश्याम सिंह ने बुधवार को समर्थकों के साथ रामकोला थाने में धरना दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस उनके बेटे को क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर चुनाव लड़ने से रोकना चाहती है। इसके लिए वह लगातार दबाव बना रही है। उन्होंने थानाध्यक्ष पर जेल भेजने की धमकी देने का भी आरोप लगाया। पुलिस क्षेत्राधिकारी के आश्वासन के बाद उन्होंने धरना खत्म किया।

पूर्व मंत्री सुबह साढ़े नौ बजे रामकोला थाने पर पहुंचे। आरोप लगाया कि मंगलवार की रात में थानाध्यक्ष केपी सिंह ने मेरे मोबाइल पर फोन किया और कहा कि बेटे को रामकोला से पंचायत चुनाव मत लड़ाइए। बात नहीं मानी तो मुकदमा लिखकर जेल भेज दूंगा। थानाध्यक्ष की धमकी मिलने के बाद वह खुद थाने पर पहुंचे। पुलिस और प्रशासन लोकतंत्र की हत्या कर रहा है। इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोपहर बाद तीन बजे क्षेत्राधिकारी को उन्होंने ज्ञापन सौंपा। उनसे मिले आश्वासन के बाद धरना खत्म किया। क्षेत्राधिकारी खड्डा शिवाजी सिंह ने बताया कि पूर्व मंत्री ने ज्ञापन दिया है। प्रकरण की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

जिलाधिकारी से बीएलओ की शिकायत

विशुनपुरा विकास खंड के चिरगोड़ा गांव के विवेक शर्मा ने जिलाधिकारी एस राजलिगम को शिकायती पत्र सौंप बीएलओ पर आरोप लगाया है कि उनके स्वजन का का नाम मतदाता सूची से काट दिया गया है।

शिकायतकर्ता का कहना है कि वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव में वह और परिवार के सभी सदस्यों ने मतदान किया था। पंचायत चुनाव की फाइनल सूची से जानबूझ कर नाम काट दिया गया है। जबकि पत्नी विनीता शर्मा के नाम से गांव में कोटे की दुकान है। उन्होंने संबंधित बीएलओ के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

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