Corona Warrior: जनता की सेवा में भूल गए अपनी बीमारी, बीमार होने के बाद भी कर रहे सेवा
गोरखपुर में फार्मासिस्ट आनंद प्रकाश सैनी खुद बीमार होने के बाद भी लोगों की सेवा कर रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी सरकारी आदेश के बाद बंद कर दी गई है। इसके बावजूद हर रोज 100 से ज्यादा की संख्या में ओपीडी के लिए मरीजों को दवा दे रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोविड का संकट सामने आया तो फार्मासिस्ट आनंद प्रकाश सैनी अपनी बीमारी भूलकर कोरोना को हराने के लिए जंग में कूद पड़े हैं। वह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोराबार में तैनात हैं। सर्दी, जुकाम, बुखार, खांसी व बदन दर्द से वह पिछले 15 दिनों से पीड़ित हैं।
पहले वह घर पर आइसोलेट हो गए लेकिन काेरोना जांच की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्होंने पुन: मोर्चा संभाल लिया और कार्यालय पहुंचकर रोज मरीजों को दवाओं का वितरण कर रहे हैं। वार्ड ब्वाय सुभाष उनका सहयोग करते हैं।
डाक्टरों की टीबी अस्पताल में ड्यूटी लगने के बाद खुद संभाल लिया मोर्चा
खोराबार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी सरकारी आदेश के बाद बंद कर दी गई है। इसके बावजूद हर रोज 100 से ज्यादा की संख्या में ओपीडी के लिए मरीज आ रहे हैं। इसके अलावा ढाई सौ से ज्यादा मरीजों की रोज कोरोना जांच हो रही है।
मरीजों की सेवा के अलावा रोज तैयार करते हैं कोरोना दवाओं के सौ पैकेट
बीते दिनों टीबी अस्पताल में यहां के दो चिकित्सकों डा. ओबैदुल हक व डा. फतेह बहादुर की ड्यूटी लगा दी गई। ऐसे में तबीयत खराब होने के बावजूद फार्मासिस्ट आनंद प्रकाश सैनी को कार्यालय आकर मोर्चा संभालना पड़ा। मरीजों को संभालने के अलावा वह रोज कोरोना संक्रमितों के लिए दवाओं के 100 पैकेट भी तैयार करते हैं। सुबह से लेकर देर शाम तक मरीजों की सेवा में जुटे हैं। हालांकि सतर्कता भी बरतते हैं और लोगों को बचाव के नियमों का पालन करने के लिए भी प्रेरित करते हैं।
गुरुवार को आए इतने मरीज
228 कोरोना जांच के लिए
150 कोरोना टीका लगवाने
30 इमरजेंसी
100 इलाज के लिए
यह हमारा दायित्व है कि संकट की घड़ी में लोगों की सेवा करें। आज मेरी पूरी पढ़ाई सफल होती दिख रही है। लोगों की सेवा कर मुझे सुकून मिल रहा है। बीमारी का बहाना बनाकर अपने दायित्व से विमुख होने का यह समय नहीं है। इसलिए मैं लोगों की सेवा में जुटा हुआ हूं। - आनंद प्रकाश सैनी, फार्मासिस्ट, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, खोराबार।