गोरखपुर माडल पर होगी प्रदेश में वनों की सुरक्षा, जानें-क्या है फुलप्रूफ इंतजाम
गोरखपुर के डीएफओ अविनाश कुमार ने कहा कि वनों की सुरक्षा में अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल की रणनीति तैयार की गई है। अत्याधुनिक तकनीक से वनों की सुरक्षा का यह माडल न केवल तैयार किया है बल्कि गोरखपुर वन प्रभाग में इसका प्रयोग भी शुरू कर दिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। प्रदेश के वनों की सुरक्षा के लिए गोरखपुर माडल अपनाया जाएगा। पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ पवन कुमार शर्मा ने प्रदेश के सभी जिलों में गोरखपुर माडल लागू करने का आदेश दिया है। गोरखपुर के डीएफओ (प्रभागीय वनाधिकारी) अविनाश कुमार ने अत्याधुनिक तकनीक से वनों की सुरक्षा का यह माडल न केवल तैयार किया है बल्कि गोरखपुर वन प्रभाग में इसका प्रयोग भी शुरू कर दिया है।
ऐसे की गई है वनों की सुरक्षा
गोरखपुर प्रभाग में वन सुरक्षाकर्मियों को स्मार्ट स्टीक से लैस किया जा रहा है। इस स्टीक से सामने खड़े व्यक्ति या जानवर को स्पर्श करने पर उसे बिजली का हल्का झटका लगेगा। इसके अलावा इसमें पैनिक बटन की सुविधा है। बटन आन करते ही तेज आवाज में सायरन बजने लगेगा। जिससे वन में गश्त कर रहे अन्य सुरक्षाकर्मियों को अपने साथी के खतरे में घिरे होने की जानकारी मिल जाएगी और वे उसकी मदद में पहुंच जाएंगे। इसके अलावा इस स्टीक से लेजर लाइट भी निकलेगी, जो घने जंगल में भी आगे बढऩे में मददगार साबित होगी।
वन सुरक्षाकर्मियों के लिए भी बेहतर व्यवस्था
स्मार्ट स्टीक के अलावा गोरखपुर वन प्रभाग के जंगलों में कैमरा ट्रैप और स्टील्थ कैमरा लगाए जाने की तैयारी है। इससे जंगल में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखने के साथ ही संदिग्ध व्यक्तियों की आसानी से पहचान भी हो जाएगी। इसके साथ ही वन सुरक्षाकर्मियों को प्रोटेक्टिव शिल्ड और लाइफ स्ट्रा बाटल भी दिया जा रहा है। प्रोटेक्टिव शिल्ड से लैस वन सुरक्षाकर्मी किसी हमले से आसानी से बच सकेंगे। लाइफ स्ट्रा बाटल की मदद से वन सुरक्षाकर्मियों को कहीं भी पीने के लिए साफ पानी मिल जाएगा। वनों की सुरक्षा में ड्रोन कैमरे और स्टीमर का भी प्रयोग किया जाएगा।
वनों की सुरक्षा में अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग
डीएफओ अविनाश कुमार का कहना है कि वनों की सुरक्षा में अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल की रणनीति तैयार की गई है। कुछ उपकरण आ गए हैं। अन्य उपकरणों को मंगाया जा रहा है। जल्दी ही प्रभाग के सभी वन सुरक्षाकर्मियों को ये उपकरण उपलब्ध करा दिए जाएंगे।