बच्‍चे की जान लेने वाले तेंदुए की तलाश में जुटी वन विभाग व एसएसबी की टीम

वन विभाग व एसएसबी 66 वीं वाहिनी के जवानों ने संयुक्त रूप से रविवार को उत्तरी चौक रेंज के मरहबा-वर्तनी जंगल में पेट्रोलिंग कर तेंदुए की तलाश की लेकिन देर शाम तक उनको सफलता प्राप्त नहीं हुई। इसके बावजूद भी वन विभाग मुस्तैद है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 10:30 AM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 10:30 AM (IST)
बच्‍चे की जान लेने वाले तेंदुए की तलाश में जुटी वन विभाग व एसएसबी की टीम
जंगल में तेंदुए काेे तलाश करती वन विभाग व एसएसबी की संयुक्त टीम। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। वन विभाग व एसएसबी 66 वीं वाहिनी के जवानों ने संयुक्त रूप से रविवार को उत्तरी चौक रेंज के मरहबा-वर्तनी जंगल में पेट्रोलिंग कर तेंदुए की तलाश की, लेकिन देर शाम तक उनको सफलता प्राप्त नहीं हुई। इसके बावजूद भी वन विभाग मुस्तैद है, उनको आशा है कि जल्द कामयाबी उनके हाथ लगेगी।

ग्रामीणों में व्‍याप्‍त है तेंदुए की दहशत

उत्तरी चौक रेंज के जंगल से सटा सेमरहवा गांव में ऐसी स्थिति पहले उत्पन्न नहीं हुई थी, लेकिन जबसे बालक छोटेलाल व एक गोवंशी पशु की तेंदुए के हमले से मौत हो गई, दहशत कम नहीं हो रही है। इस घटना के दो दिन बाद महिला पर हमला कर तेंदुए ने घायल कर दिया। वन विभाग की टीम लगातार तरह-तरह के उपाय कर रही है, लेकिन उनको सिर्फ निराशा ही हाथ लगी है। जबकि पिंजड़े में तेंदुए को पकड़ने के लिए रखे गए एक बकरे की बलि चढ़ गई।

एसएसबी जवानों ने संभाला तेंदुए को तलाश करने की कामन

मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसबी के जवानों ने वन विभाग की टीम के साथ जंगल में पेट्रोलिंग की और ग्रामीणों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया। वन क्षेत्राधिकारी मोहन सिंह ने बताया कि एसएसबी के जवान उनके साथ तेंदुए की तलाश करने में पूरा सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने ग्रामीणों को हिदायत दी है कि जंगल में न जाए और खेतों में जब भी काम करें तो दो-चार के ग्रुप में ही कार्य करें। एसएसबी इंस्पेक्टर राजीव तिवारी, हीरालाल डाकिया, चंद्रभान, राजेंद्र डाकिया समेत अन्य कर्मी उपस्थित रहे।

बर्खास्त शिक्षकों ने की बहाली की मांग

महराजगंज: बर्खास्त प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक रविवार को जवाहर लाल नेहरू स्मारक पीजी कालेज में हुई, जिसमें बहाली की मांग दोहराई गई। इस दौरान जिला महामंत्री धर्मराज गौतम ने कहा कि सरकार बर्खास्त शिक्षकों को बहाल करे और उनकी योग्यता के अनुसार उन्हें कार्य दिया जाए। उन्होंने कहा कि काफी लंबे समय से हम लोग अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं, लेकिन सरकार हम सभी के मुद्दे पर उदासीन बनी है। अधिवक्ताआें से संपर्क कर अब न्यायिक प्रक्रिया के तहत अपने अधिकारों को हासिल करने के लिए संघर्ष किया जाएगा। प्रदुम्न पटेल, कन्हैया लाल, रामनयन जायसवाल, शब्बीर अली, अमर सिंह, बीरबल प्रसाद, सोमनाथ, दिग्विजय मिश्रा, संजय चौबे, राजेश, कपिलदेव श्रीवास्तव, सुरेश शर्मा, अखिलेश कुमार आदि मौजूद रहे।

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