पहली बार शहर के खेल मैदानों में मनरेगा से मिलेगा रोजगार Gorakhpur News
मंडलायुक्त की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में रोजगार मुहैया कराने को लेकर चर्चा की गई। मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने सभी विभागों से कार्य योजना मांगी है।
गोरखपुर, जेएनएन। बाहर से आए लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए प्रशासन सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है । इसी का नतीजा है कि पहली बार शहर के खेल मैदानों में भी मनरेगा के जरिए रोजगार उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है। मंडलायुक्त के निर्देश के बाद क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी एवं स्पोर्ट्स कालेज के प्रधानाचार्य प्रस्ताव बनाने में जुट गए हैं। स्पोर्ट्स स्टेडियम एवं वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में मिलाकर करीब तीन दर्जन कामगारों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
कमिश्नर की बैठक में मांगी गई कार्ययोजना
मंडलायुक्त की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में रोजगार मुहैया कराने को लेकर चर्चा की गई। मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने सभी विभागों से कार्य योजना मांगी है। बैठक से आने के बाद क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी अरुणेंद्र पांडेय ने रोजगार की संभावनाओं को तलाशा और प्रस्ताव बनाने में जुट गए हैं। प्राथमिक अनुमान के मुताबिक स्पोर्ट्स स्टेडियम में 10 कामगार जबकि वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में करीब 26 कामगारों को मनरेगा के तहत सौ दिन का रोजगार मिल सकेगा।
खेल मैदानों की हो सकेगी साफ-सफाई
रीजनल स्पोर्ट्स स्टेडियम में ग्राउंडमैन के रूप में दो कर्मचारियों की तैनाती है। संख्या कम होने के कारण तेजी से काम नहीं हो पाता। मनरेगा के जरिए कामगार मिलने के बाद स्टेडियम एवं स्पोर्ट्स कालेज के खेल मैदानों की साफ-सफाई आसानी से हो सकेगी। जिससे मैदान हमेशा हरा-भरा एवं सुंदर नजर आएगा। खेल से जुड़े अन्य छोटे-छोटे कामों में भी इनको लगाया जाएगा। खेल विभाग की ओर से जल्द ही संबंध में प्रस्ताव तैयार कर लिया जाएगा।
दोनो स्थानों पर 36 लोगों को मिलेगा काम
इस संबंध में क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारी अरुणेन्द्र पांडेय का कहना है कि रीजनल स्पोर्ट्स स्टेडियम एवं स्पोर्ट्स कॉलेज में मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराने की तैयारी चल रही है। मंडलायुक्त के निर्देश के बाद प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। दोनों स्थानों पर करीब 36 लोगों को रोजगार मिल सकता है। इससे साफ-सफाई वह अन्य काम और बेहतर तरीके से हो सकेंगे।