UP Panchayat Elections 2021: गोरखपुर के इन 32 गांवों में आजादी के बाद पहली बार नहीं पड़े वोट, यह है कारण

गोरखपुर के 31 गांवों पहली बार पंचायत चुनाव में वोट नहीं पड़े। शहर से सटे इन 31 गांवों को नगर निगम में शामिल करने की अधिसूचना जारी की थी। इसके बाद से इन गांवों को नगर निगम का हिस्सा बना दिया गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 08:30 AM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 08:30 AM (IST)
UP Panchayat Elections 2021: गोरखपुर के इन 32 गांवों में आजादी के बाद पहली बार नहीं पड़े वोट, यह है कारण
गोरखपुर के 32 गावों में पहली बार पंचायत चुनाव में वोट नहीं पड़े। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। तारामंडल इलाके में भगत चौराहा के अंदर से होते हुए सड़क रामपुर गांव की ओर जाती है। रामपुर गांव के बाहर प्राथमिक विद्यालय पर गुरुवार को ताला लटक रहा था। आसपास भी सन्नाटा पसरा था। हर जगह चुनाव की धूम के बीच विद्यालय पर ताला लगा देख उधर से गुजर रहे बुजुर्ग रामसंवारे अपने नाती मनोज पूछते हैं, 'इहां वोट नाही पड़त बा का हो', नाती जवाब देता है, 'नाही बाबा अब ई रामपुर गांव नहीं रामपुर शहर हो गइल बा, सरकार एह गांव के नगर निगम में मिला दिहले बा। 'रामपुर ही नहीं शहर से सटे 32 गांवों में इस बार चुनाव नहीं हुए हैं। इन गांवों में वर्ष 2022 में नगर निगम के चुनाव होंगे।

वर्ष 2022 में यहां होंगे नगर निगम के चुनाव

दो साल शासन ने शहर से सटे 31 गांवों को नगर निगम में शामिल करने की अधिसूचना जारी की थी। इसके बाद से इन गांवों को नगर निगम का हिस्सा बना दिया गया है। पिछले साल मोहरीपुर के पास स्थित संझाई गांव को भी नगर निगम में शामिल कर लिया गया था। इसके साथ गांवों की संख्या 32 हो गई है।

सुविधाओं का अब भी इंतजार

गांव शहर में शामिल हुए तो ग्राम पंचायत से जुड़ी सुविधाएं भी खत्म हो गईं। पंचायती राज विभाग ने इन इलाकों से सफाईकर्मी भी वापस बुला लिए लेकिन नगर निगम की ओर से इन इलाकों को अब तक कोई सुविधा नहीं मिली है। नगर निगम प्रशासन ने गांव से शहर में शामिल हुए इलाकों में विकास कार्यों के लिए तकरीबन दो सौ करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा है लेकिन अब तक बजट नहीं मिल सका है।

यह गांव हुए हैं शामिल

कजाकपुर, बड़गो, मनहट, सिक्टौर तप्पा हवेली, रानीडीहा, खोराबार उर्फ सूबा बाजार, जंगल सिकरी उर्फ खोराबार, भरवलिया बुजुर्ग, गायघाट बुजुर्ग, पथरा, बाघरानी, गायघाट खुर्द, सेमरा देवी प्रसाद, गुलरिहा, मुडिला उर्फ मुडेरा, मिर्जापुर तप्पा खुटहन, करमहा उर्फ कम्हरिया, जंगल तिनकोनिया नंबर एक, जंगल बहादुर अली, नुरूद्दीन चक, चकरा दोयम, चकरा सेयम, रामपुर तप्पा हवेली, सेंदुली बेंदुली, कठवतिया उर्फ कठउर, पिपरा तप्पा हवेली, झरवा, हरसेवकपुर नंबर दो, लक्ष्मीपुर तप्पा कस्बा, उमरपुर तप्पा खुटहन, संझाई और जंगल हकीम नंबर-दो।

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