गोरखपुर में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन तक पहुंचा बाढ़ का पानी, महेसरा में बनाई जाएगी दीवार

महेसरा में बन रहे इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन व बस डिपो तक बाढ़ का पानी पहुंचने से रोकने के लिए कंक्रीट की दीवार बनाई जाएगी। बाढ़ का पानी घटने के बाद नगर निगम दीवार बनाने का काम शुरू करेगा।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 03:52 PM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 03:52 PM (IST)
गोरखपुर में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन तक पहुंचा बाढ़ का पानी, महेसरा में बनाई जाएगी दीवार
इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन तक पहुंचा बाढ़ का पानी। प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : महेसरा में बन रहे इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन व बस डिपो तक बाढ़ का पानी पहुंचने से रोकने के लिए कंक्रीट की दीवार बनाई जाएगी। बाढ़ का पानी घटने के बाद नगर निगम दीवार बनाने का काम शुरू करेगा।

नगर आयुक्त ने किया चार्जिंग स्टेशन व बस डिपो का निरीक्षण

नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने महेसरा में बन रहे चार्जिंग स्टेशन व बस डिपो का निरीक्षण किया। बाढ़ का पानी आ जाने से यहां कई दिनों से काम प्रभावित है। नगर आयुक्त ने काम तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया। कहा कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद कंक्रीट की दीवार बनाई जाए ताकि अगले साल यदि रोहिन नदी का जलस्तर बढ़े भी तो पानी बस स्टेशन तक न पहुंच सके।

जल्द से जल्द काम पूरा करने के नगर आयुक्त ने दिए निर्देश

नगर आयुक्त ने जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति आवास के सामने बने नगर निगम के चार्जिंग स्टेशन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।

पीएम दिखाएंगे हरी झंडी

26 सितंबर को लखनऊ आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। गोरखपुर नगर निगम को 25 इलेक्ट्रिक बसें मिल रही हैं। इन बसों के इसी महीने आने की संभावना है। महेसरा में चार्जिंग स्टेशन व बस डिपो का काम पहले से ही धीमी गति से चल रहा है। इस बीच बाढ़ का पानी आने के कारण कई दिन काम बंद करना पड़ा था। इसका प्रभाव तैयारियों पर पड़ रहा है।

दो रूट पर चलेंगी बसें

शहर में इलेक्ट्रिक बसों के लिए दो रूट बनाए गए हैं। इन दोनों रूट पर सुबह से रात तक बसों का संचलन होगा। हालांकि अभी किराया तय नहीं हुआ है लेकिन अफसरों को उम्मीद है कि अक्टूबर से बसों का संचलन शुरू हो जाएगा।

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