गोरखपुर में बाढ़ का खतरा गहराया, राप्ती उतार पर- अब काट रही बांध Gorakhpur News

गोरखपुर में बाढ़ का खतरा गहरा गया है। उतर रही राप्‍ती नदी के बांध के साथ मिट्टी काटने से नदी किनारे स्थित गांव के लोग भयभीत हैं। हलांक‍ि प्रशासन की टीम कटान रोकने में जुट गई है। बोक्टा-बरवार बांध पर भी बरहुआ गांव के पास कटान हो रही है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 01:20 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 01:20 PM (IST)
गोरखपुर में बाढ़ का खतरा गहराया, राप्ती उतार पर- अब काट रही बांध Gorakhpur News
गोरखपुर में बंधों की कटान से बाढ़ का खतरा गहरा गया है। - जागरण

गोरखपुर, जेएनएन। मानसून की आमद के साथ लगातार हुई बारिश के चलते उफनाई राप्ती का जलस्तर कम होने लगा है। उतर रही नदी के बांध के साथ मिट्टी काटने से नदी किनारे स्थित गांव के लोग भयभीत हैं। सहजनवां तहसील के पाली ब्लाक अंतर्गत टिकरिया गांव के पास बने ठोकर के करीब कटान तेज हो गई है। इससे ठोकर कमजोर होने लगा है। प्रशासन की टीम कटान रोकने में जुट गई है। बोक्टा-बरवार बांध पर भी बरहुआ गांव के पास कटान हो रही है। आमी नदी में पानी अभी बढ़ रहा है। हालांकि रोहिन नदी में जलस्तर 48 सेंटीमीटर कम हुआ है। सरयू नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी जारी है।

पाली ब्लाक के टिकरिया गांव के पास बने ठोकर के पास कटान तेज

सहजनवां तहसील में बहने वाली आमी नदी का पानी गांवों के करीब पहुंचने लगा है। चकचोहरा, चिरैयाडाड़, डोमरडाड़, कुआवल कला, कोडरीकला आदि गांव के पास पानी पहुंचने से ग्रामीण बाढ़ की आशंका से सहमे हैं। पिपरौली ब्लाक के कैली, गाडर और रखौना सीवान में सब्जी की खेती बाढ़ के पानी में डूब गई है। राप्ती नदी के किनारे सहजनवां-डुमरिया बाबू बांध के सुरगहना व टिकरिया के पास कटान से गांव के लोग डरे हैं।

आरोप है कि प्रशासन ने किसी भी गांव में अब तक नाव नहीं लगाई है। तहसीलदार शशि भूषण पाठक ने कहा कि अभी तहसील में कोई गांव बाढ़ से प्रभावित नहीं है। बाढ़ आने पर नाव लगेगी तथा राहत सामग्री का वितरण किया जाएगा।

जगदीशपुर के कटान पीडि़तों को मिलेगी सहायता

गोला तहसील क्षेत्र के राप्ती नदी के किनारे स्थित जगदीशपुर गांव के कटान पीडि़तों को आपदा मोचक निधि से आर्थिक सहायता दी जाएगी। उनको विस्थापित करने के लिए बजट व संसाधन का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। दैनिक जागरण में कटान पीडि़तों की खबर प्रकाशित होने के बाद यह निर्देश अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार सिंह ने दी।

बीते शुक्रवार की रात कटान से आधा दर्जन घर नदी में विलीन हो गए थे। दैनिक जागरण ने रविवार के अंक में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर प्रकाशित होने के बाद तहसीलदार गांव में पहुंचे और कटान पीडि़तों के साथ ही कटान की जद में आ रहे एक दर्जन से अधिक परिवारों को हाल जाना। उन्होंने अपनी निरीक्षण रिपोर्ट बनाकर उ'चाधिकारियों को भेज दी है।

जल्द उपलब्ध कराएं प्रस्ताव

एडीएम वित्त एवं राजस्व ने उपजिलाधिकारी को पत्र भेजकर खंड विकास अधिकारी, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड दो, ग्राम प्रधान व आवश्यक विभागों के जिम्मेदारों के साथ प्रभावित गांवों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। कहा है कि स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावित परिवारों को दूसरी जगह बसाने के लिए प्रस्ताव तैयार करें। शासन की ओर से संचालित योजनाओं के तहत पीडि़त परिवारों को सहायता उपलब्ध कराएं।

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