कोहरे के चलते 1.05 घंटे लेट हुई विमान सेवा
कुशीनगर एयरपोर्ट पर दिल्ली से आने वाली फ्लाट रविवार को देर से पहुंची निर्धारित समय 1.55 बजे की जगह 2.40 दिल्ली रवाना हुआ विमान कोहरे के कारण लगातार दूसरी बार उड़ान में हुई देरी विमान सेवा शुरू होने के बाद से ही कम दृश्यता की वजह से दिक्कत हो रही है।
कुशीनगर : कोहरे के कारण कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से उड़ान सेवा बाधित हो रही है। रविवार को दिल्ली से आई दूसरी फ्लाइट भी प्रभावित हुई। आने वाला स्पाइस जेट का विमान 1.05 घंटे देर से पहुंचा। 1.35 बजे के बजाए विमान 2.40 पर लैंड किया। 1.55 बजे टेक आफ करने की जगह विमान 3.20 बजे दिल्ली के लिए उड़ान भरी।
इससे पूर्व शुक्रवार को एयरपोर्ट पर यह विमान 56 मिनट विलंब से लैंड किया था। विमान की सभी 78 सीटें फुल रहीं। स्थिति यह है कि इस रूट पर अगली तिथियों में आने वाली दस उड़ानों की अप-डाउन की सभी सीटे फुल हैं। स्पाइस जेट के स्टेशन मैनेजर कपिल खरे का कहना है कि दिल्ली में फाग के कारण पहले दिन और अब भी उड़ान में विलंब हुआ।
इंडिगो ने भी की उड़ान की पेशकश
कुशीनगर एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई समेत कई रूट पर उड़ान सेवा शुरू करने के लिए विमानन कंपनी इंडिगो ने पेशकश की है। इंडिगो के अधिकारियों ने उड़ान के लिए एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के अधिकारियों से संपर्क साधा है। जल्द ही इंडिगो की टीम यहां का दौरा करेगी।
यात्रियों ने की एयरपोर्ट पर आइएलएस की मांग
कसया: कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमानों की समयबद्ध व बाधारहित उड़ान के लिए यात्रियों ने आवाज उठाई है। यात्रियों ने एयरपोर्ट पर जल्द से जल्द आइएलएस (इसंस्ट्रुमेंट लैंडिग सिस्टम) स्थापित करने की मांग की है।
एयरपोर्ट पर विमान अभी आरएनपी
(रिक्वायर्ड नेविगेशनल परफार्मेंस सिस्टम) के सहारे लैंड कर रहे हैं। यह सिस्टम सेटेलाइट से जुड़ा है। विमान को 2000 मीटर ²श्यता की दरकार होती है, लेकिन एयरपोर्ट पर पायलट 1400 ²श्यता में विमान उतार रहे हैं। घने कोहरे व बारिश में ²श्यता बाधित हो जाती है। जिससे आरएनपी के सहारे विमान को लैंड और टेक आफ कराने में पायलट को मशक्कत करनी पड़ती है। आइएलएस सिस्टम के लग जाने से 500 मीटर ²श्यता में भी विमान लैंड व टेक आफ कर सकेंगे। कसया के यात्री डा. राणा यादव, सिवान के सुमित सिंह, पतया के रिकू कुमार, गोपालगंज के ऋषिकेश पांडेय ने एयरपोर्ट पर आइएलएस सहित अन्य यात्री सुविधाएं व संसाधन बढ़ाने की मांग की है। एयरपोर्ट निदेशक एके द्विवेदी का कहना है कि आइएलएस के लिए प्रक्रिया चल रही है। छह माह के अंदर यह सिस्टम लग जाएगा।