पांच कर्मी बनें पूर्वोत्तर रेलवे के मैन आफ मंथ, जीएम ने प्रशस्ति पत्र प्रदान कर किया सम्मानित

संरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पांच कर्मचारियों को पूर्वोत्‍तर रेलवे ने मैन आफ मंथ चुना है। इन रेलकर्मियों ने सतर्कता का परिचय देते हुए न सिर्फ रेल दुर्घटना बचाई है बल्कि दूसरों के लिए उदाहरण भी प्रस्तुत किया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 06:05 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 06:05 AM (IST)
पांच कर्मी बनें पूर्वोत्तर रेलवे के मैन आफ मंथ, जीएम ने प्रशस्ति पत्र प्रदान कर किया सम्मानित
पांच कर्मी बनें पूर्वोत्तर रेलवे के मैन आफ मंथ। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने संरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पांच कर्मचारियों को मैन आफ मंथ चुना है। इन रेलकर्मियों ने सतर्कता का परिचय देते हुए न सिर्फ रेल दुर्घटना बचाई है बल्कि दूसरों के लिए उदाहरण भी प्रस्तुत किया है। महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने मंगलवार को गोरखपुर स्थित सभागार में नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस मौके पर महाप्रबंधक ने कहा कि कर्मचारियों का यह सम्‍मान दूसरे रेलकर्मियों काेे भी प्रेरित करेगा।

मालगाडी के दुर्घटनाग्रस्‍त होने से बचाने पर सम्‍मानित किए गए राम चरित

इज्जतनगर मंडल स्थित उत्तरीपुरा के स्टेशन मास्टर राम चरित ने सजगता का परिचय देते हुए मालगाड़ी को दुर्घटना से बचाया था। काशीपुर में तैनात लोको पायलट कुबेर सिंह यादव ने बरेली रूट पर रेललाइन पर पेड़ गिरा देखकर डेमू ट्रेन को रोक लिया था। ट्रैक मेंटेनर सुनील कुमार ने हाथरस सिटी में रेल फ्रैक्चर की सूचना देकर ट्रेनों को दुर्घटना होने से बचाया था।

वाराणसी मंडल के लोको पायलट व सहायक पायलट हुए सम्‍मानित

वाराणसी के लोको पायलट दुर्गा प्रसाद और सहायक लोको पायलट सोनू कुमार वर्मा ने रेवती स्टेशन के लाइन नंबर एक व दो पर पेड़ गिरने की सूचना देकर राजधानी एक्सप्रेस को नियंत्रित किया था। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार सम्मानित होने वाले कर्मचारियों को अगस्त का मैन आफ मंथ चुना गया है। महाप्रबंधक की पहल पर संरक्षा के क्षेत्र में प्रत्येक माह उत्कृष्ट कार्य करने वाले रेल कर्मचारियों को मैन आफ मंथ चुना जाता है।

किशोर को किया चाइल्ड लाइन के हवाले

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की टीम को गश्त के दौरान गोरखपुर स्टेशन पर 14 वर्ष का किशोर मिला। घर का पता और मोबाइल नंबर की जानकारी नहीं होने पर टीम ने किशोर को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार आरपीएफ टीम ने अन्य स्टेशनों पर मिले ब'चों को भी चाइल्ड लाइन को सौंपा है।

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