इस जिले के कोविड अस्पताल में एक साथ पांच मरीजों की मौत, अस्‍पताल में मची अफरातफरी Gorakhpur News

कुशीनगर जिले में स्थित कोविड अस्पताल में एक साथ पांच मरीजों की मौत हो गई। पांचों मरीज वेंटीलेटर पर थे। अचानक हुई मौत से अस्पताल में कुछ देर के लिए अफरातफरी रही। अस्पताल प्रशासन मौत की वजह मरीजों का आक्सीजन लेवल काफी कम हो जाना बता रहा है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 10:10 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 10:10 AM (IST)
इस जिले के कोविड अस्पताल में एक साथ पांच मरीजों की मौत, अस्‍पताल में मची अफरातफरी Gorakhpur News
कुशीनगर जिला मुख्यालय स्थित कोविड अस्पताल। जागरण

गोरखपुर, जेएनएन : कुशीनगर जिले में स्थित कोविड अस्पताल में एक साथ पांच मरीजों की मौत हो गई। पांचों मरीज वेंटीलेटर पर थे। अचानक हुई मौत से अस्पताल में कुछ देर के लिए अफरातफरी रही। अस्पताल प्रशासन मौत की वजह मरीजों का आक्सीजन लेवल काफी कम हो जाना बता रहा है। जिला अस्पताल के पास कोविड अस्पताल बना है। शाम 4.30 बजे अचानक पांच मरीजों 21 वर्षीय भुक्खा, 35 वर्षीय सरिता, 35 वर्षीय सुकल, 45 वर्षीय नंदकिशोर व 70 वर्षीय लक्ष्मन की मौत हो गई। इस संबंध में सीएमओ डा. एनपी गुप्ता के मोबाइल नंबर (8005192674) पर संपर्क किया गया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। उधर सीएमएस डा. बजरंगी पाण्डेय का कहना है कि जिन पांच मरीजों की मौत हुई है, सभी की हालत पहले से गंभीर थी। सबका आक्सीजन लेवल काफी कम था। कुशीनगर के डीएम एस राजलिंगम ने कहा कि जिन पांचों संक्रमितों की मौत हुई है, उनका आक्सीजन लेवल 45 से 50 के आसपास था। मौत का कारण भी यही है।

सर्विलांस टीम के खराब प्रदर्शन पर डीएम ने फटकारा

कोविड नियंत्रण को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई। अधिकारियों से सभी बिंदुओं पर जानकारी ली। इस दौरान डीएम एस राजलिंगम ने डोर टू डोर सर्वे एवं सर्विलांस टीम के खराब प्रदर्शन पर अधिकारियों को फटकार भी लगाई। कहा कि सिर्फ बैठकों में शामिल हो जाने भर से आपकी जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से मुखातिब डीएम ने कहा कि कार्य को पूरी ईमानदारी से किया जाए। हर व्यक्ति दिए गए टास्क को पूरा करे। नोडल अधिकारी को यह निर्देश दिया कि आरआरटी से  निरंतर संवाद स्थापित कर रोज का फीडबैक लें। इस बात पर भी जोर दिया गया कि स्थिति की वास्तविकता को जानने की जरूरत है। आयुष एवं होमियोपैथिक चिकित्सकों की सूची बनाकर, इन्हें टीम में शामिल करें। इससे कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने में मदद मिलेगी। बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक अयोध्या प्रसाद सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर नरेंद्र गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक बजरंगी पांडे आदि शामिल रहे।

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