बिजली विभाग के एक्सईएन पर पांच लाख जुर्माना, चार इंक्रीमेंट बैक
गोरखपुर में 23 लाख रुपये के 63 बिल तीन लाख रुपये में निपटाने के मामले में तत्कालीन अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) आरसी पांडेय पर भी कार्रवाई हुई है। वर्तमान में अयोध्या मंडल के गौरीगंज खंड में एक्सईएन आरसी पांडेय पर पांच लाख रुपये जुर्माना लगाया गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। नगरीय विद्युत वितरण खंड द्वितीय बक्शीपुर में 23 लाख रुपये के 63 बिल तीन लाख रुपये में निपटाने के मामले में तत्कालीन अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) आरसी पांडेय पर भी कार्रवाई हुई है। वर्तमान में अयोध्या मंडल के गौरीगंज खंड में एक्सईएन आरसी पांडेय पर पांच लाख रुपये जुर्माना लगाया गया है। उनका चार इंक्रीमेंट बैक कर दिया गया है और निंदा प्रविष्टि दाखिल की गई है। वर्ष 2015 में बक्शीपुर खंड में तैनात रहे दो अभियंता और चार कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। इनमें से एक अभियंता गोरखपुर में ही तैनात हैं।
बक्शीपुर उपकेंद्र में 23 लाख का बिल तीन लाख रुपये में निपटाने का मामला
63 बिजली के बिल में सुधार कर बिजली निगम को राजस्व की क्षति पहुंचाने वाले बक्शीपुर के अकाउंटेंट रामधनी चौधरी, लिपिक वीरेंद्र चौधरी को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है। लिपिक रहे और वर्तमान में कार्यकारी सहायक नितिन नारायण श्रीवास्तव को पदावनत कर सेवा प्रारंभ की तिथि से बहाल किया गया है। उन पर 78 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया गया है। सूरजकुंड उपकेंद्र के तत्कालीन अवर अभियंता मनोज गुप्ता को निंदा प्रविष्टि मिली है।
आठ दिन के लिए निलंबित हुए थे आरसी पांडेय
वर्ष 2017 में गोरखनाथ क्षेत्र में 12 घंटे बिजली गुल रहने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तत्कालीन एक्सईएन आरसी पांडेय को निलंबित कर दिया गया था। वह आठ दिन बाद बहाल हुए। यहां से उनका तबादला प्रयागराज में स्टोर में कर दिया गया था।
रुस्तमपुर को मिल रहा था 31 हजार वोल्ट, निदेशक नाराज
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन (डायरेक्टर पीएंडए) व गोरखपुर के नोडल अधिकारी शेष कुमार बघेल ने रविवार को शहर के उपकेंद्रों का निरीक्षण किया। रुस्तमपुर उपकेंद्र में उपभोक्ता ने लो वोल्टेज की समस्या बताई तो निदेशक पीएंडए ने तत्काल वोल्टेज की उपलब्धता की जानकारी देने को कहा। पता चला कि 33 हजार की जगह सिर्फ 31 हजार वोल्ट मिल रहा है। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने बरहुआ पारेषण उपकेंद्र के अफसरों से बात भी की।
गोरखनाथ क्षेत्र के इंडस्ट्रियल इस्टेट उपकेंद्र के निरीक्षण में सब कुछ ठीक मिला। गोरखपुर पहुंचे निदेशक पीएंडए ने मोहद्दीपुर स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय के सभागार में बिजली निगम के अफसरों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि बिजली बिलों की गड़बड़ी को हर हाल में जल्द से जल्द दुरुस्त कराकर बिल जमा कराएं। जो मीटर गलत बिल बना रहा है उसे चिह्नित कर कार्रवाई करें। 15 दिन बाद भी गोरखपुर की समीक्षा की जाएगी। इस दौरान मुख्य अभियंता राजेंद्र प्रसाद, अधीक्षण अभियंता शहर यूसी वर्मा, नगरीय विद्युत वितरण खंड प्रथम टाउनहाल के अधिशासी अभियंता नवनीत प्रजापति, बक्शीपुर के अतुल रघुवंशी, विद्युत माध्यमिक कार्यखंड के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार गौड़ आदि मौजूद रहे।
प्राथमिकता के आधार पर करें समस्याओं का समाधान
शेष कुमार बघेल ने अभियंताओं से कहा कि वह प्राथमिकता के आधार पर उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान कराएं। बिजली निगम की योजनाएं, उपकेंद्रों की क्षमता वृद्धि, ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि आदि कार्य लगातार हों ताकि उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति मिलती रहे। कहा कि सबसे ज्यादा जिम्मेदारी अवर अभियंता और उपखंड अधिकारियों की है। जिन उपकरणों की आवश्यकता हो उसकी सूची दें। उन्होंने शहर में रिंगमेन व्यवस्था को और प्रभावी बनाने को कहा। कहा कि व्यवस्था ऐसी हो कि एक लाइन से आपूर्ति ठप हो तो दूसरी से तत्काल आपूर्ति दी जाए।